भोपाल। मध्यप्रदेश में जारी सियासी सरगर्मियों के बीच सोमवार रात राज्यपाल लालजी टंडन से मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुलाकात की। वे लगभग आधा घंटे तक राजभवन में रहे।
कमलनाथ ने इसके बाद राजभवन के बाहर मीडिया से चर्चा में बहुमत साबित करने संबंधी सवालों के जवाब में कहा कि आज की तारीख में उनके पास बहुमत है और वे साबित भी करेंगे। कमलनाथ ने कहा कि लेकिन उन 16 विधायकों को भी सामने लाना चाहिए है, जाे ‘बंधक’ बनाए गए हैं। उन्हें स्वतंत्र करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात के दौरान मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की। उनसे अनुरोध किया कि वे संविधान के दायरे और नियम प्रक्रिया के तहत हर चीज में राजी हैं।
कमलनाथ ने कहा कि हमारा भाजपा नेताओं से कहना है कि यदि उन्हें लगता है कि कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है, तो वे अविश्वास प्रस्ताव लाएं। हम बहुमत साबित करके बताएंगे। कमलनाथ ने कहा कि उनकी सूचना के अनुसार आज वे (भाजपा) अविश्वास प्रस्ताव लाए हैं स्पीकर के समक्ष।
इससे पहले कमलनाथ ने मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कहा कि भाजपा अवैधानिक रूप से सत्ता हासिल करने के लिए छटपटा रही है। वह फ़्लोर टेस्ट पर तो ख़ूब बात कर रही है लेकिन बंधक 16 विधायक पर वे चुप क्यों है। उन्होंने कहा कि भाजपा न्यायालय में गई है। हमें न्यायालय पर पूरा विश्वास है। न्यायालय में हम अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे।
उन्होंने कहा कि बेंगलूरू में 16 विधायकों को बंधक बनाकर, षड़यंत्रपूर्वक एक संवैधानिक संकट पैदा करने का प्रयास किया गया है। भाजपा एक ओर तो संवैधानिक व्यवस्थाओं की दुहाई दे रही है, वही दूसरी तरफ गैर-संवैधानिक तरीके से कांग्रेस पार्टी के विधायकों को बंधक बना कर रखा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायकों से कहा कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह में न आए। भाजपा अफ़वाह फैलाने में माहिर है। सभी लोगों को सजग और सतर्क रहना है। उन्होंने आज विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायकों की एकजुटता और मर्यादित आचरण की सराहना की। उन्होंने कहा कि हम गांधी जी के मार्ग पर चल रहे हैं और यही हमारी शक्ति है जिसके आधार पर हम सत्ता लोलुप लोगों को मुहतोड़ जवाब देकर प्रजातांत्रिक मूल्यों की रक्षा कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सदन में भाजपा के व्यवहार और आचरण से जाहिर है कि वे संवैधानिक तरीकों से नहीं बल्कि अवैधानिक तरीके से सत्ता में आने के सपने देख रहे हैं।
बैठक में कांग्रेस विधायकों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद दिग्विजय सिंह, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक मुकुल वासनिक एवं हरीश रावत तथा पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह उपस्थित थे।