भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा चालू शिक्षण सत्र के लिए आयोजित दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा के नतीजे आज एक साथ घोषित कर दिए गए। दोनों ही परीक्षाओं में छात्राओं ने छात्रों को पछाड़ते हुए बाजी मारी ली। परिणाम वैबसाइट mpbse.nic.in पर भी देखा जा सकता है।
मंडल द्वारा आज यहां घोषित किए गए नतीजों में दसवीं में 61.32 प्रतिशत नियमित तथा 18.89 प्रतिशत स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे। परीक्षा में जहां 59.15 छात्र उत्तीर्ण हुई, वहीं 63.69 नियमित छात्राएं परीक्षा में सफल रही।
इस वर्ष का परीक्षा परिणाम गत वर्ष के 66.54 के मुकाबले 61.32 रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.22 फीसदी कम रहा। वहीं प्रावीण्य सूची में भी पहले दस स्थानों में छोटे शहरों के परीक्षार्थियों ने जगह बनाई है।
दसवीं कक्षा की प्रावीण्य सूची में प्रथम दस स्थानों में सागर के पांच विद्यार्थी जगह बनाने में सफल रहे, वहीं दमोह, मंदसौर, आगरमालवा, बुरहानपुर और उज्जैन के एक-एक विद्यार्थी जगह बना पाए। वहीं बारहवीं की परीक्षा में प्रथम दस स्थानों में सिवनी के दो, रायसेन, खंडवा, नरसिंहपुर, छतरपुर, शाजापुर, भोपाल, राजगढ और सतना के एक-एक विद्यार्थी प्रावीण्य सूची में अपना स्थान बनाने में सफल हो सके हैं।
इसी प्रकार बारहवीं की परीक्षा में इस वर्ष 72.37 प्रतिशत नियमित परीक्षार्थी तथा 30.90 प्रतिशत स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे। इसमें 68.94 प्रतिशत छात्र तथा 76.31 नियमित छात्राएं परीक्षा में सफल हुई है। इस वर्ष की परीक्षा में गत वर्ष के 68.07 की तुलना में 4.20 प्रतिशत अधिक नियमित छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। वहीं स्वाध्यायी परीक्षार्थी भी गत वर्ष के मुकाबले लगभग साढे तीन प्रतिशत अधिक छात्र सफल हुए हैं।
हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा में इस वर्ष नियमित परीक्षार्थियों के रुप में आठ लाख 66 हजार 725 तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थी के रुप में 2 लाख 32 हजार 76 परीक्षार्थी शामिल हुए। वहीं हायर सेकंडरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा में नियमित परीक्षार्थी के रूप में 5 लाख 85 हजार 759 परीक्षार्थी तथा स्वाध्यायी परीक्षार्थी के रुप में एक लाख 24 हजार 457 परीक्षार्थी में हिस्सा लिया।
वहीं, दसवीं एवं बारहवीं के परीक्षा परिणाम में दिव्यांग छात्र-छात्राएं भी पीछे नहीं रहे। जहां दसवीं में इस श्रेणी के 84.70 प्रतिशत छात्र तथा 86.67 प्रतिशत छात्राएं सफल हुई हैं। यहां भी छात्राओं ने बाजी बारी। वहीं बारहवीं में इस श्रेणी के जहां 90.23 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए, वहीं 97.35 प्रतिशत छात्राएं सफल हुई हैं।