

नई दिल्ली। एशिया के सबसे बड़े धनकुबेर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के मालिक मुकेश अंबानी की संपत्ति में वर्ष 2019 में 17 अरब डॉलर की बड़ी बढ़ोतरी हुई है और यह करीब 61 अरब डॉलर पर पहुंच गई है।
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिहाज से 2019 बेशक से अच्छा नहीं रहा हो किंतु एशिया के सबसे बड़े धनकुबेर मुकेश की लिए साल बहुत फलदायक रहा। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स सूचकांक के मुताबिक इस वर्ष अंबानी की संपत्ति 17 अरब डॉलर बढ़कर 23 दिसंबर को 60.8 अरब डॉलर पर पहुंच गई।
अंबानी की संपत्ति में इजाफे में अहम भूमिका आरआईएल के शेयर की रही जिसकी कीमत में इस वर्ष 40 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी थी। अलीबाबा समूह के संस्थापक जैक मा (अब सेवानिवृत्त) की शुद्ध परिसंपत्ति में इस वर्ष 11.3 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई जबकि अमेरिका के इंटरनेट और अंतरिक्ष क्षेत्र के उद्यमी जेफ बेजास की संपत्ति साल के दौरान 13.2 अरब डॉलर घट गई।
आरआईएल की वर्ष 2021 के प्रारंभ में समूह के कर्ज को शून्य पर लाने की योजना है। उसकी योजना अपने रसायन कारोबार का हिस्सा सऊदी अरब की तेल कंपनी को बेचने की है। इसके अलावा समूह दूरसंचार और खुदरा कारोबार को पाँच वर्ष के भीतर शेयर बाजारों में भी सूचीबद्ध करायेगा।
आरआईएल ने 05 सितंबर 2016 को रिलायंस जियो के जरिये दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखा और फ्री कॉल तथा सस्ता डाटा उपलब्ध कराकर तहलका मचा दिया। इसके चलते भारी कर्ज के बोझ के तले दबी दूरसंचार कंपनियाँ या तो इस कारोबार से बाहर निकल गई अथवा दूसरे के साथ विलय कर लिया। जियो ने महज तीन वर्ष में ही दूरसंचार क्षेत्र में 35 करोड़ ग्राहक बना लिये।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर का मूल्य वर्ष 2016 के बाद से अब तक लगभग तीन गुना हो चुका है। देश की दस लाख करोड़ रुपये से अधिक के बाजार पूँजीकरण का श्रेय हासिल करने वाली आरआईएल का बाजार पूँजीकरण 9,85,334.10 लाख करोड़ रुपये का है और जो भारतीय कंपनियों में सर्वाधिक है।