नयी दिल्ली । केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का मुख्य लक्ष्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास को पहुंचाना है जहां विकास की रोशनी नहीं पहुंची है।
नकवी ने शुक्रवार को यहां मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारी सरकार का एकमात्र लक्ष्य बिना भेदभाव किये समान रूप से विकास को आगे बढाना है। उन्होंने एक बार अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपने के लिए प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज का राजनीतिक शोषण तो किया गया लेकिन उसका सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण नहीं किया गया। हमारी प्राथमिकता थ्री ई की होगी जिसमें शिक्षा (एजुकेशन), रोजगार (इम्पलायमेंट) और सशक्तीकरण (इम्पावरमेंट) है। लड़कियाें के शैक्षिक सशक्तीकरण के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। जिन अल्पसंख्यक क्षेत्रों में शैक्षिक संस्थान नहीं है वहां प्राथमिकता के आधार शैक्षिक ढांचे का युद्धस्तर पर निर्माण किया जाएगा।
अल्पसंख्यक समाज में बड़ी संख्या में दस्तकार, शिल्पकार और कारीगर होते हैं जिन्हें पिछले वर्षों में काफी संख्या में रोजगार अथवा रोजगार के अवसर मुहैया कराये गये हैं। इस अभियान को और बड़े स्तर पर चलाया जाएगा। अल्पसंख्यकों का सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्तीकरण करने की जरूरत है जिसके लिए विभिन्न मंत्रालयों द्वारा समाज के कमजोर तबकों के विकास और सशक्तीकरण के लिए जो काम हो रहा है उसके साथ सामंजस्य बैठाकर समाज के गरीब लोगों तक विकास की रोशनी को पहुंचाना है।
नकवी ने कहा कि वक्फ की संपत्तियों का डिजिटल कार्य तथा सभी संपत्तियों का जीआई मैपिंग कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के सिद्धांत पर विकास का लक्ष्य निर्धारित किया है। मोदी सरकार के पिछले पांच साल के कार्यकाल में कोई भी तबका यह नहीं कह सकता है कि विकास में उसके साथ किसी प्रकार का भेदभाव किया गया है। समाज के सभी हिस्सों तक विकास की रोशनी पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ताकि उनकी आंखों में खुशी और खुशहाली आये।