
मुंबई। अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में आए मजदूर मंगलवार अपराह्न मुम्बई में बांद्रा रेलवे स्टेशन के समीप मस्जिद के सामने इकट्ठा होकर घर जाने की मांग कर रहे थे और पुलिस के समझाने के बावजूद भीड़ हट नहीं रही थी जिसके कारण पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा।
आज लॉकडाउन समाप्त होने की उम्मीद से बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने गांव जाने के लिए बांद्रा रेलवे स्टेशन के समीप मस्जिद के सामने पहुंचे थे| रिपोर्टों के अनुसार स्टेशन पर इकट्ठा हुए लोग ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर हैं, जो 25 मार्च को सरकार द्वारा देशव्यापी लॉकडाउन के बाद से कमाई करने में सक्षम नहीं हैं। इससे पहले 14 अप्रैल को लॉकडाउन समाप्त होने की संभावना थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को घोषणा की कि लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ा दिया गया है।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार दैनिक वेतन भोगी लगभग 1,000 की संख्या में रेलवे स्टेशन के पास उपनगरीय बांद्रा (पश्चिम) बस डिपो में इकट्ठे हुए और अपराह्न तीन बजे सड़क पर उतर गए।
सड़क पर उतरे लोग दैनिक वेतन भोगी हैं जो पास के पटेल नगरी इलाके में झुग्गी बस्तियों में किराए पर रहते हैं| ये लोग परिवहन सुविधाओं की व्यवस्था की मांग कर रहे थे ताकि वे अपने गांवों को वापस जा सकें।
मूल रूप से ये लोग पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से आए हैं। महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख, जो उपनगर के संरक्षक मंत्री भी हैं, ने आश्वासन दिया कि शहर में प्रवासियों के लिए भोजन की कोई कमी नहीं होगी।
असलम शेख ने कहा की भोजन की कमी का कोई सवाल नहीं है, उन्हें भोजन और राशन मुहैया कराया जा रहा है। इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया था कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद उन्हें वापस उनके घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी लेकिन अब लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है, इसलिए लोग चिंतित हैं।
पुलिस ने मानवीय तरीके से संकट से निपटते हुए मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था करने हेतु गैर सरकारी संगठनों से संपर्क किया साथ ही उनके मकान मालिकों से भी अपील की कि वे संकट की इस घड़ी में मजदूरों की दुर्दशा पर विचार करें और उनसे कुछ समय तक किराया नहीं मांगे।
हाल ही में, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मकान मालिकों से अपील की है कि वे किरायेदारों को परेशान न करें, विशेष तौर पर दिहाड़ी मजदूरों से किराया नहीं मांगें क्योंकि क्योंकि उनकी आजीविका के साधन कोरोना संकट के कारण बंद हैं।
बांद्रा प्रकरण पर शाह ने ठाकरे से की बात
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना महामारी के मद्देनजर देश भर में लागू पूर्णबंदी के बीच महाराष्ट्र के बांद्रा में सामाजिक दूरी बनाए रखने के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर बड़ी संख्या में लोगों के अपने गृह राज्य जाने के लिए सड़कों पर उतरने की घटना पर चिंता व्यक्त की है और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इस प्रकरण के मद्देनजर शाह ने ठाकरे के साथ टेलीफोन पर बात की और ब्रांद्रा में बड़ी संख्या में लोगों के सड़कों पर उतरने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह की घटनाओं से देश की कोरोना के खिलाफ लड़ाई कमजोर होती है। प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पूरी तरह सतर्क रहना होगा। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को केन्द्र की ओर से हरसंभव मदद देने का भी आश्वासन दिया।
इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कोरोना महामारी के कारण देशभर में पूर्णबंदी की अवधि तीन मई तक बढ़ाने का एलान किया था। इससे पहले घोषित पूर्णबंदी की अवधि आज समाप्त होनी थी।
इस ऐलान के बाद बांद्रा में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और स्टेशन पर एकत्र हो गए। ये लोग भोजन की समस्या बताते हुए अपने अपने गृह राज्याें में जाने की मांग कर रहे हैं।
इतनी बड़ी संख्या में लोगों के एक जगह पर एकत्र होने से सामाजिक दूरी के दिशा-निर्देशाें का घोर उल्लंघन हुआ है और इससे जानलेवा वायरस कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।