मुंबई। कोरोना वायरस के डर से विदेशी बाजारों में रही गिरावट के बीच घरेलू शेयर बाजारों में लगातार पाँचवें दिन गिरावट देखी गयी है।
चौतरफा बिकवाली के बीच नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 45.20 अंक यानी 0.39 फीसदी लुढ़ककर चार महीने के निचले स्तर 11,633.30 अंक पर बंद हुआ। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी भी 143.30 अंक यानी 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,745.66 अंक पर आ गया जो साढ़े तीन सप्ताह का निचला स्तर है।
मझौली और छोटी कंपनियों में बिकवाली ज्यादा रही। बीएसई का मिडकैप 0.65 प्रतिशत फिसलकर 15,072.19 अंक पर आ गया। स्मॉलकैप 0.83 फीसदी लुढ़ककर 14,209.48 अंक पर बंद हुआ।
दोपहर से पहले सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गयी, लेकिन बाद में सनफार्मा, टाइटन, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स और टेक महिंद्रा जैसी कंपनियों में लिवाली बढ़ने से दोनों प्रमुख सूचकांकों की गिरावट कम हुई।
चीन में कोरोना वायरस कोविड-19 के नये मामलों में कमी से वहाँ शेयर बाजार आज तेजी में रहा। चीन के वित्तीय मदद के आश्वासन के बाद हांगकांग में शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुये।
सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी, एचसीएल टक्नोलॉजीज और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर दो प्रतिशत से अधिक लुढ़के। वहीं, सनफार्मा ने साढ़े तीन फीसदी से अधिक का मुनाफा कमाया।
सेंसेक्स 58.84 अंक की बढ़त के साथ 39,947.80 अंक पर खुला। खुलते ही यह लाल निशान में चला गया और पूरे दिन उबर नहीं पाया। तेज बिकवाली के दबाव में एक समय यह 450 अंक से ज्यादा लुढ़कता हुआ 39,423.27 अंक तक उतर गया। अंत में गत दिवस के मुकाबले 0.36 फीसदी नीचे 39,745.66 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में कुल 2,589 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,578 के शेयर लाल निशान में और 849 के हरे निशान में रहे जबकि 162 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित बंद हुये।
निफ्टी 17.25 अंक टूटकर 11,661.25 अंक पर खुला। इसका दिवस का उच्चतम स्तर 11,663.85 अंक और निचला स्तर 11,536.70 अंक रहा। कारोबार की समाप्ति पर यह गत दिवस के मुकाबले 0.39 फीसदी फिसलकर 11,633.30 अंक पर रहा। निफ्टी की 50 में से 35 कंपनियों के शेयर गिरावट में और शेष 15 के बढ़त में रहे।
एशिया में हांगकांग का हैंगसेंग 0.31 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.11 प्रतिशत की बढ़त में रहा। वहीं, कोरोना के डर से हुई बिकवाली के दबाव में जापान का निक्की 2.13 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.05 फीसदी लुढ़क गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में लगभग सभी बड़े शेयर बाजार लाल निशान में रहे। जर्मनी का डैक्स 1.97 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 1.66 प्रतिशत की गिरावट में रहा।
बीएसई के समूहों में रियलिटी में सर्वाधिक 2.09 फीसदी की गिरावट रही। तेल एवं गैस का सूचकांक 1.26 प्रतिशत, धातु का 0.94, टेक का 0.93 और आईटी का 0.90 प्रतिशत टूटा। टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद सूमह की 0270 प्रतिशत की तेजी को छोड़कर अन्य सभी समूह गिरावट में रहे।
सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी के शेयर सबसे ज्यादा 2.61 प्रतिशत टूटे। एचसीएल टेक में 2.25 फीसदी, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 2.01, भारतीय स्टेट बैंक में 1.92, इंडसइंड बैंक में 1.71, आईसीआईसीआई बैंक में 1.66, हीरो मोटोकॉर्प में 1.40, बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल दोनों में 0.97, टीसीएस में 0.90, टाटा स्टील में 0.83, इंफोसिस में 0.75, अल्ट्राटेक सीमेंट में 0.59, आईटीसी में 0.53, एनटीपीसी में 0.41, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.40, बजाज ऑटो में 0.34, एचडीएफसी में 0.32, एलएंडटी में 0.13 और एचडीएफसी बैंक में 0.03 प्रतिशत की गिरावट रही।
मुनाफा कमाने वालों में सनफार्मा के शेयर 3.68 प्रतिशत, टाइटन के 1.87, एक्सिस बैंक के 1.17, एशियन पेंट्स के 0.97, मारुति सुजुकी के 0.77, कोटक महिंद्रा बैंक के 0.74, टेक महिंद्रा के 0.71, हिंदुस्तान यूनिलिवर के 0.31, पावरग्रिड के 0.30 और नेस्ले इंडिया के 0.01 प्रतिशत टूटे।