नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्राे स्टेशन के पास एक चार मंजिला इमारत में लगी आग को 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी दो दर्जन से अधिक लोग लापता हैं और उनके परिजन अपनों की तलाश में जुटे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार इस चार मंजिला इमारत में लगी आग में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए, जबकि 29 अन्य लापता हो गए।
संजय गांधी अस्पताल के शवगृह के बाहर करीब एक दर्जन परिवार अपने रिश्तेदारों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश में जुटे हैं। उन्होंने दावा किया कि अस्पताल में हेल्प डेस्क बनने के बावजूद, उन्हें अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी नहीं मिल रही है।
इस दौरान एक महिला ने दावा किया कि उनकी बेटी पिछले दो वर्षों से उस इमारत में काम कर रही थी, जिसमें शुक्रवार को आग लगी थी। महिला ने कहा कि आग लगने के दौरान मेरी बेटी ने मुझसे बात की और उसके बाद से उसका मोबाइल स्विच ऑफ है। उन्होंने कहा कि मेरे खून के नमूने डीएनए परीक्षण के लिए लिया गया है, ताकि मेरी बेटी के शव का मिलान हो सके।
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ घटनास्थल का दौरा था। केजरीवाल ने कहा कि मृतकों के शवों का डीएनए परीक्षण करने के बाद उन्हें परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
अपनी 19 साल की बेटी के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए दर-दर भटक रही गायत्री ने कहा कि पूजा कल रात से लापता है। मैंने अधिकारियों से संपर्क किया है, लेकिन अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। वहीं, रिंकू पाल ने कहा कि मुझे अपनी भतीजी जसोदा देवी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम का इस चार मंजिला इमारत में तलाश अभियान जारी है। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जतायी गयी है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिए हैं।
27 शवों में से सात की हुई पहचान
पश्चिम दिल्ली के मुंडका इलाके में शुक्रवार को लगी भीषण आग में जिन 27 लोगों की मौत हो गई थी उनमें से सात की पहचान की गई है। दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग ने मुंडका के चार मंजिला इमारत से निकाले गए शवों को कल संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल भेजा था, जहां उनकी शिनाख्त की जा रही है। उन्होंने बताया कि 27 में से सात शवों की पहचान की गई है।
अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल में लाए गए शव बुरी तरह से झुलसी हुई हालत में थे। उन्होंने कहा कि 27 शवों में से सात की पहचान कर ली गई है, अन्य की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है। पहचान प्रक्रिया के लिए अब भी आ रहे परिजन यहां पहुंच रहे हैं। इस बीच, अस्पताल ने उन लोगों को सही जानकारी प्रदान करने के लिए एक हेल्प डेस्क की स्थापना की है। यह डेस्क जिनके परिवार के सदस्य लापता या घायल और अस्पताल में भर्ती हैं उनके लिए है।
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