जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीने में राजस्थान सरकार हर जगह विफल हुई है और केवल भ्रष्टाचार के मोर्चे पर पहले पायदान पर आई है। विकास की दृष्टि से राजस्थान पिछड़ता जा रहा है।
जोधपुर शहर जिला रातानाडा मंडल कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में शेखावत ने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भ्रम और झूठ फैलाकर बहुत थोड़े मतों के अंतर से ये सरकार सत्ता पर काबिज हुई। सत्ता में आने के बाद से जिस तरह से ये सरकार दो गुटों में बंटी हुई है, उसका दुष्परिणाम राज्य की जनता भुगत रही है।
जनता ने जिस किसी कारण और अपेक्षा में उस समय कांग्रेस सरकार बनाने का काम किया था, वो सब आज खून के आंसू रो रही है। खुद को ठगा महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के तीन महीने बाद ही लोकसभा चुनाव में जनता ने इस सरकार सरकार को सबक सीखाया। आपके पास सरकार को सबक सीखाने का एक और मौका है।
ये बहरी और भ्रष्ट सरकार
शेखावत ने कहा कि ये बहरी और भ्रष्टाचार में घिरी हुई सरकार है। भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए काम कर रही है। इस सरकार ने मजहब के आधार पर समाज और देश को बांटने का काम किया है। लोकसभा चुनाव के परिणाम की चकाचौंध को भी यह देख नहीं पाई और पहले से ज्यादा अनीति का शासन राज्य में चल रहा है।
महिलाओं के प्रति अत्याचार बढ़े हैं। इस मामले में देश में राजस्थान शीर्ष पर है। ट्रांसपेरेंसी इंडिया के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान देश में सबसे भ्रष्ट प्रदेश चिह्नित हुआ है। दलितों पर अत्याचार की घटनाओं में 68 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। मासूम बच्चियों पर अत्याचार बढ़े हैं।
सीएए पर खुली पोल
शेखावत ने कहा कि सीएए पर मुख्यमंत्री समेत पूरी कांग्रेस ने देशभर में अल्पसंख्यकों के मन में अविश्वास पैदा करने का काम किया है। सुनियोजित तरीके से दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक दंगे फैलाने की कोशिश की, लेकिन दो दिन पहले कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में खड़े होकर कहा कि सीएए के कानून में मुस्लिमों को किसी तरह अहित नहीं होगा। पहले क्यों समाज और देश को तोड़ने का काम किया था, यह प्रश्न इनसे पूछना पड़ेगा। इन्होंने लोकतंत्र के दृष्टिकोण से अक्षम्य अपराध किया है।
वार्ड नहीं, 7 करोड़ जनता के लिए वोट दें
उन्होंने कहा कि 15 साल से जोधपुर में कांग्रेस का बोर्ड था, लेकिन पांच साल पहले जनता ने भाजपा का बोर्ड बनाने का काम किया। जोधपुर नगर निगम के मुखिया ने पूरी ईमानदारी से क्षेत्र की सेवा करने का काम किया है। जोधपुर की जनता इस बात को महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि इन्हें इस बात की जानकारी थी कि यदि 65 वार्ड रहेंगे तो ये किसी तरह जीत नहीं सकते, इसलिए नगर निगम के वार्डों को अपनी अनुकूलता के आधार पर दो भागों में बांटा।
यदि इस विषय को जनता के बीच में ठीक से ले जाते हैं तो हम इनको एक बार और जोधपुर से सबक सीखा सकते हैं। इस बार सबक सीखाने पर कांग्रेस की सरकार और उसके मुखिया घुटनों पर आ जाएंगे और शेष बचे 42 महीनों में ठीक से काम करेंगे। आप केवल अपने वार्ड के लिए काम नहीं कर रहे, बल्कि 7 करोड़ राजस्थान की जनता के लिए काम कर रहे हैं। केवल 20 दिन परिश्रम करने की आवश्यकता है। जिस दिन परिणाम आएंगे, राजस्थान की जनता आप सभी का अभिनंदन करेगी।