प्रयागराज। गंगा जमुनी तहजीब के प्रतीक प्रयागराज में मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक बिल पास होने एवं कश्मीर में धारा 370 के समाप्त होने की खुशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रक्षाबंधन पर्व पर अपने हाथ से बनी हुई राखियां भेजी हैं।
समाज सेवक एमए खान की माता रेहाना बेगम एवं सादिया तथा बच्ची इब्रा खान ने रविवार को बताया कि तीन तलाक तो इस्लाम में भी एक साथ कहना वर्जित है। समाज के कुछ नासमझ लोगों ने तीन तलाक को हथियार बना लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साहसिक कदम बिल्कुल ठीक है। जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म करवाया, वह केवल एक भाई ही कर सकता है।
रेहाना बेगम ने कहा कि अपने भाई के लिए हम बहनें अपने हाथों राखी बनाकर भेज रही हैं। जैसा अभी तक अच्छा काम हुआ है, वैसे आगे भी होता रहेगा। पुरूषों के लिए तीन तलाक शब्द बोलना बहुत आसान होता है लेकिन मात्र तीन शब्द से किसी भी मुस्लिम महिला की जिन्दगी बर्बाद हो जाती है।
बच्ची इब्रा खान का कहना था कि मामू (मोदी) ने अच्छा काम किया है इसके लिए परिवार के साथ मै भी उन्हें रक्षाबंधन के अवसर पर राखी भेज रही हूं। उसने बताया कि उसे उम्मीद है भविष्य में भी प्रधानमंत्री मुस्लिम समाज के लिए बेहतरी का काम करेंगे।
रेहाना ने कहा कि मोदी ने कश्मीर में धारा 370 समाप्त करके कश्मीरियों को संपूर्ण आजादी दिलाई और मुस्लिम महिलाओं के तीन तलाक के खिलाफ कानून पारित करने के लिए बधाई के पात्र हैं। इससे पहले भी कितने प्रधानमंत्री आए लेकिन इतना साहसिक कदम किसी ने भी नहीं उठाया।
समाजसेवी हुमा बानो ने कहा कि हमारे मन से तीन तलाक का खौफ पहले से कमतर हुआ है। आने वाले समय में बचा-खुचा डर भी समाप्त हो जाएगा। राखी भाई-बहन का रिश्ता है, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम। भाई-बहन का नायाब रिश्ता होता है।
मुस्लिम महिलाओं के इस कार्य में सहयोग देने वालों में वरिष्ठ समाज सेवक सरदार पतविंदर सिंह का भी बहुत बड़ा योगदान है। वह मुस्लिम महिलाओं के अधिकार के लिए अक्सर संघर्ष करते देखे गए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी समेत और गृह मंत्री अमित शाह एवं जम्मू कश्मीर के निवासियों के लिए भी विशेष राखियां भेजी गई हैं। वहां के लोगों के लिए मोदी राखी सरहद की रक्षा कर रहे भारतीय सेना के जवानों के लिए सुभाष राखी भेजकर उनका हौसला अफजाई की गई।