पटना। बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के बहुचर्चित बालिका गृहकांड मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को राज्य की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा और उसके सहयोगियों के 12 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
सीबीआई के सूत्रों ने यहां बताया कि पूर्व मंत्री वर्मा और उनके सहयोगियों के मुजफ्फरपुर स्थित सात, पटना में तीन और बेगूसराय एवं मोतिहारी में एक-एक ठिकानों पर ब्यूरो की अलग-अलग टीमों ने एक साथ छापेमारी की। वहीं, ब्यूरो ने आश्रय गृह का संचालन करने वाले और मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर, उसके रिश्तेदारों और दोस्तों के सात ठिकानों पर भी छापेमारी की है।
मुजफ्फरपुर कांड की जांच कर रही सीबीआई ने वर्मा के राजधानी पटना स्थित आवास के अलावा बेगूसराय और भागलपुर स्थित घर में भी छापेमारी की है।
वर्मा ने पूरे मामले में अपने पति पर आरोप लगने के बाद पिछले सप्ताह अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।वर्मा के पति पर यह आरोप है कि वे मुजफ्फरपुर स्थित शेल्टर होम में अक्सर जाते थे।
मामला का खुलासा मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस (टीआईएसएस) के सामाजिक अंकेक्षण की रिपोर्ट से हुआ। रिपोर्ट में आश्रय गृह में लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की बात सामने आई थी। इस आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।