मुजफ्फरपुर। देश में मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या) के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखने वाले इतिहासकार रामचंद्र गुहा, फिल्मकार श्याम बेनेगल, मणिरत्नम और अभिनेत्री अपर्णा सेन, कोंकणा सेन समेत 54 लोगों के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है जिसमें इनके खिलाफ देशद्रोह की धारा लगाई गई है।
अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा की ओर से 27 जुलाई 2019 को दायर किए गए परिवाद पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) सूर्यकांत तिवारी के आदेश के बाद पुलिस अधीक्षक के माध्यम से यह प्राथमिकी 2 अक्टूबर को दर्ज हुई है।
प्राथमिकी में इतिहासकार रामचंद्र गुहा, फिल्मकार श्याम बेनेगल, निर्माता-निदेशक मणिरत्नम, अभिनेत्री अपर्णा सेन, रेवती, कोंकणा सेन, निर्माता अरुण गोपाल कृष्ण, अभिनेता सौमित्र चटर्जी और गायिका शुभा दुग्गल के अलावा 45 अन्य लोगों के नाम हैं।
भारतीय दंड विधान की धारा 124ए, 153बी, 160, 290, 297, 504 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें देशद्रोह, उपद्रव करने, शांति भंग करने के इरादे से धार्मिक भावनाओं को आहत करने से संबंधित धाराएं लगाई गईं हैं।
अधिवक्ता ओझा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला खत लिखने और इसका विभिन्न मीडिया माध्यमों से प्रचार-प्रसार करने से पूरी दुनिया में देश और प्रधानमंत्री मोदी की छवि धूमिल हुई है। अदालत ने पुलिस अधीक्षक को मामले में प्राथमिकी दर्ज कर 11 नवंबर 2019 तक मामले की जांच पूरी करने का आदेश दिया है।