लखनऊ। कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों पर परोक्ष रूप से उद्योगपतियों के साथ दोगला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले उद्योगपतियों के साथ मधुर संबंध रखने से उन्हें या उनकी सरकार को कोई गुरेज नहीं है।
मोदी ने रविवार को यहां 60 हजार करोड़ रूपए के औद्योगिक निवेश का शिलान्यास करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पहले की सरकारे उद्योगपतियों के साथ पर्दे के पीछे के संबंध रखती थी जबकि सार्वजनिक रूप से उनसे मिलने से कतराती थी। इसके विपरीत उन्हें उद्योगपतियों से सार्वजनिक तौर से मिलने में कोई आपत्ति नहीं है। जब नीयत साफ हो और इरादे मजबूत हो तो मेलजोल से डरने की कोई जरूरत नहीं होती।
उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाते हैं, उनकी मंशा साफ नहीं होती है और वे पर्दे के पीछे मुलाकात करते हैं। मै दावे के साथ कह सकता हूं कि देश का कोई उद्योगपति ऐसा नहीं होगा जिसने पिछले हुक्मरानो के दरबार में दंडवत न की हो।
यहां पर विराजमान अमर सिंह से बेहतर यह कौन जान सकता है। जिसकी नीयत साफ है उसको किसी के साथ तस्वीर खिंचाने में कोई डर नहीं होता। महात्मा गांधी को बिरलाजी के साथ खड़े होने में कभी संकोच नहीं हुआ। वे उनके घर जाकर रुकते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में उद्योगपतियों की अहम भूमिका होती है। उन्हें चोर-लुटेरा कहना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। लेकिन जो गलत काम करेगा, उसे देश छोड़ना पड़ेगा या फिर जेल जाना होगा। देश की सवा सौ करोड जनता को लोगो का सम्मान करने के लिए आना होगा।
इससे पहले मोदी ने 60 हजार करोड़ की 81 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस उपलब्धि के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना समेत सूबे के तमाम मंत्रियों और अफसरों को बधाई दी।