नई दिल्ली। अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में शिवसेना के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने संबंधी बयान को उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सिरे से खारिज कर दिया।
दिल्ली कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा ने रविवार को शिवसेना के बयान को खारिज करते हुए कहा कि उनके पिता दोबारा राजनीति में कदम नहीं रखेंगे।
शिवसेना के मुखपत्र सामना के रविवार के संपादकीय में कहा गया है यदि भाजपा को 2019 के आम चुनाव में पूर्ण बहुमत नहीं मिला तो मुखर्जी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए आगे लाया जाएगा।
सुश्री मुखर्जी ने शिवसेना सांसद संजय राउत के इस संबंध में दिए गए बयान के जवाब में ट्वीट भी किया कि मिस्टर राउत, देश के राष्ट्रपति पद से रिटायर हाेने के उपरांत मेरे पिता फिर से सक्रिय राजनीति में नहीं उतरेंगे।
सात जून को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस) के नागपुर स्थित मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने का मुखर विरोध करते हुए सुश्री मुखर्जी ने अपने पिता को नसीहत भी दी थी।