,,,,,,,,,,,,,,,मेरा वतन,,,,,,,,,,,,,,,
मेंरे वतन के वीर सपूतो तुम को न भूल पाएंगे
नमन है क्रांति वीर मंगल पांडे को जसने क्रांति जगाई थी
नमन है रानी लक्ष्मी बाई जो मर्दानी कहलाई थी
मेरे वतन केवीर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,,,,,,
नमन है भगतसिह ,राजगुरू,चन्द्रशेखर,सुखदेव
जिन्दोने .हसते,हसते फांसी खाई थी नमन है सुभाष चन्द्र
बोस,गाँथी जी जिन्होने आजादी दिलाई थी
अपने वतन के लिए हम हिन्दूस्तानी मर मिट जाएगे
मेरे वतन के वीर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,,,,,,,,,,
नव भारत हमे दिया और पाठ ऐसा पढ़ा गए
न झुकना मेरे हिन्द वासियो नस नस मे नशा चढ़ा गए
हर घर के नर वतन पे मरने को है तैयार नारी भी कहाँ पीछेहै
मेरे देश की बागडोर जो 56 इंच की खीचे है
मेरे वतन के वीर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,,
हम भारत वासी आजादी की प्रथा निभाएगे
वीरो का सम्मान सदा करते जाएगे
चन्दा मामा की कहानी किस्से सुनते आए है
आजादी की कहानी किस्से पीढ़ी दर पीढ़ी सुनते सुनाते जाएगें
मेरे वतन वीर,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,,,,,,,,,
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अनिता पंचाल