मुंबई। फिल्म ‘पद्मावत’ को लेकर धमकियों का सामना कर चुकीं अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का कहना है कि वह अपने माता-पिता से मिली परवरिश के चलते इस प्रकरण के दौरान आत्मविश्वास से भरी रहीं, जो (माता-पिता) फिल्म देखने के बाद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
दीपिका यहां शनिवार को मीडिया से मुखातिब हुईं। ‘पद्मावत’ की रिलीज के बाद वह शांत और बेफिक्र नजर आ रही थीं। वह खुद को मिले आशीर्वाद का जिक्र करने लगीं।
दीपिका ने कहा कि मेरे माता-पिता बेहद गौरवान्वित हैं। मैंने वह गर्व उनके चेहरों पर देखा है। देर रात फिल्म देखने के बाद मॉम और डैड ने मुझे वीडियो कॉल किया और उस वक्त मैं पाजामे में थी और सोने जा रही थी, तो उनके लिए..उन्होंने बस फिल्म देखी ही थी और उनकी प्रतिक्रिया कुछ इस तरह थी ‘क्या यह हमारी बेटी है?’ मैंने उनके चेहरे के भावों को देखा और वे दोनों गर्व से भरे हुए थे।
फिल्म ‘पद्मावत’ को काफी झंझटों का सामना करना पड़ा, क्योंकि श्री राजपूत करणी सेना ने राजपूत समुदाय के इतिहास को गलत तरीके से दर्शाने का आरोप लगाकर इसकी रिलीज का विरोध किया था। हालांकि, दीपिका हर संवाददाता सम्मेलन में आत्मविश्वास से भरी नजर आईं और धैर्य के साथ उन्होंने स्थिति का सामना किया।
पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण की बेट दीपिका से जब पूछा गया कि उनमें इतना आत्मविश्वास कहां से आया? तो उन्होंने कहा कि इस पूरी स्थिति के दौरान मेरे माता-पिता ने मुझसे कभी नहीं पूछा कि क्या उन्हें आकर मेरे साथ रहना चाहिए, क्योंकि उन्हें इस बात को लेकर पूरा भरोसा था कि मैं इसे संभाल सकती हूं। यह मेरी भावना है, ऐसे ही हमारी (मैं और मेरी बहन) परवरिश हुई है। हमने सीखा है कि जो सही है वह सही है और जो गलत है वह गलत है।
दीपिका ने 16वीं सदी के कवि मलिक मुहम्मद जायसी की रचना ‘पद्मावत’ पर आधारित फिल्म में रानी पद्मावती का किरदार निभाया है।
दीपिका ने कहा कि पद्मावती के किरदार को निभाकर वह उनके व्यक्तित्व की मुरीद हो गई हैं, जो मौजूदा समय में बेहद प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि वह (पद्मावती) उनकी तरह मजबूत, बुद्धिमान और शिष्ट महिला हैं।