जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उनके गांधी परिवार के साथ रिश्ता तर्क से परे हैं और यह रिश्ता जिंदगी भर रहेगा।
राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में मतदान करने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे गहलोत ने पिछले दिनों राजस्थान में नये मुख्यमंत्री को लेकर चले घटनाक्रम के बाद उनके गांधी परिवार से रिश्तों पर मीडिया से आज यहां यह बात कही। उन्होंने कहा कि मेरे और गांधी परिवार के रिश्ते जो है जैसे विनोबा भावे ने कहा था एक बार कि मेरे और गीता माता के संबंध तर्क से परे हैं, तो मेरे-गांधी परिवार के रिश्ते जो हैं वो विनोबा भावे और गीता माता की जो बात थी कि तर्क से परे रिश्ते है, वो रिश्ता मेरा-गांधी परिवार का है, था और जिंदगी भर रहेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के बाद 19 अक्टूबर के पश्चात राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद वह ही इसका जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि 19 अक्टूबर के बाद भी गांधी परिवार के साथ उनके रिश्ते वैसे ही रहने वाले हैं जो पिछले 50 सालों से थे।
एक अन्य सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में जब वह प्रस्तावक बने हैं तो अपने उम्मीदवार के बारे में आह्वान करने में कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि वह प्रचार नहीं कर रहे हैं लेकिन जब वह प्रस्तावक बने हैं तो इतना अधिकार तो होना चाहिए कि अपने उम्मीदवार के बारे में आह्वान करे, इसमें काई दिक्कत नहीं है।
गुजरात चुनाव पर उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम के बात मालुम पड़ेगा लेकिन देश के प्रधानमंत्री नेरन्द्र मोदी खुद ही कह रहे है गांव गांव में कांग्रेस वाले साइलेंटली काम कर रहे हैं, प्रचार कर रहे, इसके मायने समझ सकते हो कि गांवों के अंदर कांग्रेस बहुत मजबूत है।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्य से सत्ता में आए लोग फासिस्ट हैं और उनसे देश संभल नहीं रहा है। जाति एवं धर्म के नाम पर लड़वाना आसान हैं जिस प्रकार आग लगाना आसान हैं बुझाना आसान नहीं।