बेंगलूरु। कर्नाटक महिला आयोग की अध्यक्ष प्रमीला नायडू ने गुरुवार को स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कर मैसूर में मंगलवार शाम एक कॉलेज की छात्रा के साथ कथित तौर पर हुए सामूहिक दुष्कर्म करने वालों को कड़ी सजा देने की मांग की।
नायडू ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि आयोग ने घटना पर संज्ञान लिया है और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत दर्ज करने के बाद वे घटनास्थल पर पहुंची और गृह मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए पुलिस से जानकारियां हासिल की।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस को आज शाम या कल तक आरोपी को गिरफ्तार करने का भरोसा है। हालांकि, वह दुष्कर्म पीड़िता से नहीं मिल सकी क्योंकि वह सदमे में है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने भी मुझे उससे नहीं मिलने की सलाह दी।
नायडू ने कहा कि महिला आयोग उसके सभी मेडिकल बिलों का भुगतान करेगा और उसे परामर्श प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें आवश्यक कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए जिला कानूनी प्रकोष्ठ से बात की है।
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि यह घटना 24 अगस्त की शाम की है जब पीड़िता और उसका दोस्त मोटरसाइकिल पर कहीं रहे थे तभी रास्ते में बदमाशों उन्हें घेर लिया। आरोपी उनसे रुपए मांगने लगे, लेकिन पीड़ितों ने उन्हें देने से इनकार कर दिया।
पीड़ितों ने पैसे देने से मना करने से नाराज आरोपियों ने पीड़िता के पुरुष मित्र की पिटाई कर दी और पीड़िता को घसीटकर पास में ले गए तथा उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना के बाद दोनों पीड़ितों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है।
राज्य के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने कहा हालांकि दुष्कर्म पीड़िता की हालत खतरे से बाहर है और उसकी हालत स्थिर है। मंत्री का आज शाम मैसूर का दौरा करने और घटनास्थल का निरीक्षण करने का कार्यक्रम है। वह बलात्कार के मामले सहित विभिन्न मुद्दों पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।
इस संबंध में अलनहल्ली थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। घटना के सार्वजनिक होने के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पुलिस को घटना को गंभीरता से लेने और जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश जारी किए। मैसूरु के पुलिस आयुक्त डॉ. चंद्रगुप्त और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रताप रेड्डी ने आज सुबह घटना स्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।