नयी दिल्ली । गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि असम में राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण (एनआरसी) की पूरी प्रक्रिया निष्पक्षता के साथ की गयी है और मसौदा सूची में यदि किसी का नाम छूट गया है तो उसे दावे तथा आपत्तियों के लिए पूरा मौका मिलेगा।
सिंह ने एक बयान जारी कर कहा की मैं इस बात को पूरा जोर देकर कहना चाहता हूँ कि यह एक मसौदा है, अंतिम एनआरसी नहीं। हर किसी को दावे एवं आपत्तियाँ देने का पर्याप्त अवसर दिया जायेगा। कानून में इसका प्रावधान है और हर किसी को सुनवाई का मौका मिलेगा, उसके बाद ही अंतिम एनआरसी का प्रकाशन होगा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग अनावश्यक भय का माहौल पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि किसी प्रकार की डर या आशंका की जरूरत नहीं है। कुछ दुष्प्रचार भी किया जा रहा है।
गृह मंत्री ने कहा “एनआरसी की प्रक्रिया पूरी निष्पक्षता के साथ की गयी है। हो सकता है कुछ लोग आवश्यक दस्तावेज न दे पाये हों, इसलिए दावे एवं आपत्तियों की प्रक्रिया में उन्हें पूरा अवसर मिलेगा। अंतिम एनआरसी के बाद भी सभी को विदेशी नागरिक न्यायाधीकरण में भी जाने का अवसर मिलेगा।”
सिंह ने साफ किया कि किसी के विरुद्ध प्रतिशोधात्मक कार्रवाई का प्रश्न ही नहीं है। इसलिए किसी को अनाश्वयक परेशान होने की जरूरत नहीं है। एनआरसी की प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्षता के साथ की गयी है, आगे भी पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ यह पूरी की जाएगी। यह प्रक्रिया माननीय उच्चतम न्यायालय की निगरानी में हुई है।