सबगुरु नयूज। नगालैंड और मेघालय में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। शाम चार बजे तक नगालैंड में 75 फीसदी और मेघालय में 67 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि मतदान समाप्त होने के बाद भी लोग कतार में लगे थे इसलिए अंतिम आंकड़े में बदलाव हो सकता है। पिछले विधानसभा चुनाव में नगालैंड में 90.57 फीसद और मेघालय में 89 फीसद मतदान हुआ था।
मेघालय और नगालैंड का परिणाम भी त्रिपुरा के साथ 3 मार्च को घोषित किया जाएगा। मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने शिलांग के ओकलैंड ए4 मतदान केंद्र में मतदान किया।
चुनाव आयोग में ओएसडी चंद्र भूषण कुमार ने कहा कि मेघालय में चुनाव के दौरान हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। मेघालय में 59 सीटों के लिए 3,025 मतदान केंद्र बनाए गए थे। राकांपा प्रत्याशी की आठ फरवरी को मौत हो जाने के कारण विलिआमनगर (एसटी) में चुनाव स्थगित कर दिया गया।
राज्य में 18 लाख मतदाताओं में नौ लाख से ज्यादा महिलाएं और 8.96 लाख पुरुष मतदाता हैं। यह राज्य उन कुछ चुने हुए राज्यों में शामिल है जहां महिलाओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से ज्यादा है।
नगालैंड में झड़प, एक की मौत
नगालैंड में भी 59 सीटों के लिए मतदान कराया गया। राज्य में एक मतदान केंद्र के पास नगा पीपल्स फ्रंट और नैशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के गुटों के बीच हुए संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो घायल हो गए। इसके अलावा मोन जिले के तिजित गांव के मतदान केंद्र पर चुनाव शुरू होने से करीब एक घंटा पहले एक विस्फोट हुआ था। सुबह करीब पांच बजकर 45 मिनट पर मतदान केंद्र पर एक देसी बम फेंका गया। इसमें ग्रामीण परिषद का एक सदस्य यानलून मामूली रूप से घायल हो गया।