अजमेर। राजस्थान में अजमेर की पहली महिला महापौर बृजलता हाडा ने आज अपना एक वर्षीय कार्यकाल पूरा कर लिया। भारतीय जनता पार्टी बोर्ड के लिए महापौर का एक वर्ष पूरा होने पर हाडा ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में सिलसिलेवार सालभर के कार्यों का लेखा जोखा एवं विकास कार्यों की गाथा साझा की।
उन्होंने कहा कि पदभार ग्रहण करें बाद शहर का विकास मेरी प्राथमिकता में शुरू से रहा और आज भी नगर निगम के जरिए इस कार्य को प्राथमिकता से किया जा रहा है। उन्होंने पद ग्रहण करने के बाद कोविड की दूसरी लहर से सामना करने का जिक्र करते हुए कहा कि तब अजमेर के आमजनों को सुरक्षित करना पहली प्राथमिकता थी और सेनेटाइज से लेकर के भोजन व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, यहां तक के दाह संस्कार जैसे कार्य भी निगम द्वारा कराए गए।
निगम की सफाई व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के लिए स्मार्ट सिटी के जरिए 49,32,448 राशि के वाहन निगम को मिले, तोपदड़ा धोबीघाट के पुर्णाेद्धार पर 58.45 लाख की स्वीकृति जारी हुई, स्ट्रीट वेंडर्स को 2174000 की आर्थिक सहायता मुहैया कराई गई।
मुख्यमंत्री की पट्टा योजना में 800 पट्टों का वितरण किया गया, करीब बारह लाख गरीबों को इंदिरा रसोई के जरिए भोजन कराया गया जिस पर 215.34 लाख खर्च किए गए, 15 मृतक आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी गई, स्मार्ट सिटी के तहत ट्रेचिंग ग्राउंड पर खाद बनाए जाने के क्रम में कचरे के निस्तारण पर 800 लाख खर्च किए जा रहे है, शहर के नालों पर भी ढाई करोड़ खर्च किए जा रहे हैं।
पत्रकार वार्ता में मौजूद उपमहापौर नीरज जैन ने कहा कि शहर का रूप निखरे, अजमेर प्रगति पथ पर लगातार गतिमान हो इस भावना के साथ भाजपा बोर्ड शहर के विकास कार्यों में जुटा है। उन्होंने बताया कि एक हजार पट्टे प्रक्रियाधीन है जिन्हें अगले पांच सात दिनों में जारी कर दिया जाएगा।
जैन ने कहा कि शुरू में पिछड़ने वाला अजमेर आज रैंकिंग में दस शहरों के बीच खड़ा है। हमारा सपना है कि देश के पहले तीन शहरों में इंदौर के समकक्ष अजमेर का नाम आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्मार्ट सिटी में अजमेर नगर निगम पूरी शिद्दत से सहभागी है। अजमेर धार्मिक स्थल के बाद अब बड़े पर्यटन स्थल के रूप में उभरे इसके प्रयास जारी है।