अलवर। राजस्थान में अलवर नगर परिषद सभापति द्वारा शहर के एक निजी अस्पताल के संचालक के उनका फोन नहीं उठाने पर अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने का मामला सामने आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सभापति बीना गुप्ता की कोई परिचित महिला मरीज अलवर के हरीश अस्पताल में भर्ती है जिनका उपचार चल रहा था आज सुबह सभापति ने अस्पताल के संचालक डॉ हरीश गुप्ता को फोन किया, किन्हीं कारणों से उन्होंने फोन नहीं उठाया तो वह कई पार्षदों के साथ अस्पताल पहुंच गई और वहां पर रिसेप्शनिस्ट के साथ कथित धक्का-मुक्की की, इससे अस्पताल में माहौल खराब हो गया।
मौके पर मौजूद पुलिस ने भी सभापति से अस्पताल की व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध किया। इस घटनाक्रम से अस्पताल में कोविड-19 का इलाज करा रहे मरीजों में भी भय का माहौल पैदा हो गया।
इस मामले में सभापति का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही से कोविड-19 के मरीजों की हालत खराब हो रही है वहीं डॉ गुप्ता ने बताया कि अगर नगर परिषद का यही रवैया रहा तो अस्पताल में कोविड मरीजों का इलाज करना मुश्किल होगा। अलवर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और नगर परिषद के वरिष्ठ पार्षद नरेंद्र मीणा ने सभापति पर अस्पताल में माहौल खराब करने का आरोप लगाया।
डा गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। यह जरूरी नहीं कि नगर परिषद चेयरमैन का फोन नम्बर हर किसी के पास हो, 24 घंटे अस्पताल में मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं और उनके ज्यादातर फोन साइलेंट रहते हैं।
कई बार ऐसी स्थिति भी पैदा होती है कि मरीजों को देखने के लिए राउंड पर होते हैं ऐसे में अगर किसी का फोन आ जाए तो फोन नहीं उठाया जा सकता। उन्होंने कहा कि उनका फोन नहीं उठाने पर सभापति ने नर्सिंग एंड रिसेप्शनिस्ट कर्मचारियों के साथ मारपीट एवं गाली गलौज की। उन्होंने बताया अस्पताल में सभापति की रिश्तेदार महिला भर्ती है और उनका इलाज अच्छा चल रहा है।
उधर, सभापति बीना गुप्ता ने बताया कि उनके यहां तीन मरीज भर्ती थे, पहले दो मरीजों का इलाज ढंग से नहीं किया तो कलेक्टर से कहकर उनका इलाज दूसरे अस्पताल में सही कराया। एक अन्य मरीज के क्या हाल-चाल पूछने के लिए डॉक्टर हरीश गुप्ता को फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया, इसके बाद नोडल अधिकारी से शिकायत की।
नोडल अधिकारी ने आकर यहां पर बात की। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल द्वारा कोविड मरीजों के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। कोई देखभाल नहीं की जा रही है। उन्होंने अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।