मकराना। पदमश्री अवार्ड से हाल ही सम्मानित की गई फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा देश की आजादी को लेकर दिए गए विवादित बयान पर नागौर महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कोतवाली पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है।
नागौर महिला कांग्रेस अध्यक्ष गीता देवी सोलंकी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि यह एक ऐतिहासिक तथ्य हैं कि भारत 15 अगस्त 1947 को हजारों लोगों के बलिदान के बाद आजाद हुआ था। प्रत्येक आजाद भारतीय के लिए गोरान्वित क्षण था। पूरा विश्व भारत की आजादी और उसके शहीदों को सम्मान के नजर से देखता है। इसी कारण सुभाषचन्द्र बोस, महात्मा गांधी, भगतसिंह, चन्द्रशेखर आजाद, अशफाक उल्लाह आदि वे महान हस्तियां हैं जिनका पूरा विश्व सम्मान करता हैं।
उन्होंने कहा कि फिल्म अभिनेत्री एवं पदमश्री कंगना रनौत ने 10 नवंबर को सार्वजनिक मंच पर एक यह कथन किया कि 1947 में भारत को आजादी नहीं बल्कि एक भीख मिली थी। असल में आजादी 2014 में मिली हैं। उनके यह कथन का टीवी चेनल द्वारा प्रसारित किया गया। कंगना रनौत का यह कथन गलत एवं झूठ हैं। इससे भारत के संविधान एवं उसमें आस्था रखने वाले लोग आहत हुए हैं।
सोलंकी ने कहा कि कंगना ने भारत के संविधान के प्रति अनास्था, राष्ट्र के प्रति विद्वेष और संविधान के प्रति असम्मान का आचरण किया गया हैं। इस कथन से विश्व स्तर पर हमारी साख गिरी है। उन्होंने कहा कि यह भी ऐतिहासिक तथ्य है कि हमारे देश के हजारों लोगों ने जान देकर यह आजादी प्राप्त की थी। उन की शहादत को भीख बताकर शहीदों, उनके वंशजों एवं प्रत्येक भारतीयों का अपमान किया गया है। शहीदों के लिए कगंना रनौत का यह कथन अपमान है।
उन्होंने कहा कि कंगना का भारत के संविधान एवं उसकी आजादी के ऐतिहासिक एवं प्रमाणित तथ्यों में किसी प्रकार का विश्वास नहीं हैं। उनके द्वारा सार्वजनिक मंच पर जानबूझ कर दिया गया कथन ने भारतीयों की जन भावनाओं को ठेस पहुंचाया। पूरे विश्व में भारत के गौरवशाली इतिहास को अपमानित किया हैं। उनका यह कृत्य देशद्रोह की परिभाषा में आता हैं। इस कथन को टीवी चौनल ने प्रसारित किया हैं, जो कि अपराध की श्रेणी में आता हैं।