सबगुरु न्यूज-माउण्ट आबू। प्लास्टिक के जहर से घुटती नक्की झील को रविवार को कुछ राहत मिली। स्थानीय लोगों ने युद्धस्तर पर अभियान को नक्की झील में घुसकर उसे प्लास्टिक, पालीथिन के जहर से मुक्त किया।
इस सफाई अभियान के साथ ही नक्की की तलहटी में जमा प्लास्टिक बोटल, पाॅलिथिन, कपडे और अन्य कचरे के 70 प्रतिशत कचरे को साफ कर दिया गया है। माउण्ट आबू को प्लास्टिक फ्री जोन घोषित करने से पहले ही स्थानीय लोगों ने रविवार को नक्की को प्लास्टिक कचरा मुक्त करने का स्वतःस्फूर्त अभियान शुरू किया। प्रशासन ने नक्की क्षेत्र को रविवार से ही प्लास्टिक और पाॅलीथिन मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया है। अब यहां प्लास्टिक और पालीथिन के इस्तेमाल पर पूर्ण पाबंदी होगी।
-उगला 12 टन कचरा
गत वर्ष कम बारिश होने के कारण नक्की किनारे से सूख गई। पानी गायब होते ही इसकी तलछट पर मौजूद कचरा दिखने लगा। हर तरफ पर्यटकों द्वारा डाली गई प्लास्टिक, पाॅलीथिन और बीयर व शराब की बोतलें नजर आने लगी। माउण्ट आबू को स्थानीय प्रशासन और वन विभाग द्वारा 15 अगस्त से प्लास्टिक फ्री जोन बनाने की घोषणा कर दी गई है। इससे पहले रविवार को स्थानीय लोगों ने सुबह से ही अभियान छेड दिया।
विभिन्न संस्थाओं और प्रशासन ने इसमें सहयोग किया। जिससे नक्की झील को 70 प्रतिशत प्लास्टिक के जहर से मुक्त कर दिया गया। उपखण्ड अधिकारी डाॅ रविंद्र गोस्वामी ने बताया कि इस अभियान में करीब 12 टन कचरा निकाला गया। जिसमें से सत्तर प्रतिशत सिर्फ प्लास्टिक की बोटल और पाॅलिथिन थी बाकी बीयर व शराब बोटल, कपडा आदि था।
-बनाए थे 17 सेक्टर
करीब दो किलोमीटर लम्बे नक्की झील के परिधि क्षेत्र के अंदर सफाई करने के लिए इसे 17 सेक्टर्स में विभक्त किया गया था। हर सेक्टर की जिम्मेदारी अलग-अलग संगठनों और संस्थाओं को दिया गया था। इससे पहले माउण्ट आबू के हर मौहल्ले गली में लोगों को इसमें श्रमदान के लिए प्रेरित किया गया।
परिणामस्वरूप बच्चों के अलावा हर उम्र के महिला-पुरुष नक्की की सफाई के इस यज्ञ में अपने श्रम की आहूति देने के लिए सवेरे ही एकत्रित हो गए। उपखण्ड अधिकारी ने बताया कि करीब पांच सौ लोगों ने स्वप्रेरणा से इस अभियान की ष्षुरूआत की और प्रषासन ने उनसे कंधे से कंधा मिलाया।
-नक्की झील आज से ही प्लास्टिक प्रतिबंधित जोन
माउण्ट आबू ईको सेंसेटिव जोन है। जून 2009 को जब केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा इसे ईएसजेड नोटिफाइड किया था, उसी दिन से यहा पर प्लास्टिक और पाॅलिथिन की पाबंदी थी। लेकिन, इच्छाषक्ति के अभाव में इसे लागू नहीं किया जा सका। इस बार स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने 15 अगस्त से माउण्ट आबू को पूर्णतः प्लास्टिक मुक्त जोन बनाने की घोषणा की है।
इससे पहले रविवार को नक्की झील से काफी मात्रा में प्लास्टिक और पाॅलीथिन निकालने के बाद प्रषासन ने इस क्षेत्र को रविवार से ही प्लास्टिक मुक्त करने का निर्णय किया है। उपखण्ड अधिकारी ने सबगुरु न्यूज को बताया कि रविवार से ही नक्की झील के परिधि क्षेत्र में प्लास्टिक का इस्तेमान बैन किया जा रहा है। इसके लिए अब लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। शुरू में समझाइश द्वारा और पुनरावृत्ति पाए जाने पर शास्ति के द्वारा अनुपालना करवाई जाएगी।