मेलबोर्न । चौथी वरीयता प्राप्त जापान की नाओमी ओसाका ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आठवीं सीड चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा को शनिवार को तीन सेटों के संघर्षपूर्ण फाइनल में 7-6, 5-7, 6-4 से हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल का खिताब जीत लिया और इसके साथ ही वह विश्व रैंकिंग में नंबर एक खिलाड़ी बन गयीं।
21 वर्षीय ओसाका ने टूर्नामेंट में अपना शानदार प्रदर्शन खिताबी जीत के साथ समाप्त किया। जापानी खिलाड़ी ने यह मुकाबला दो घंटे 27 मिनट में जीतकर इतिहास रच दिया। ओसाका का यह लगातार दूसरा ग्रैंड स्लेम खिताब है। उन्होंने पिछले साल यूएस ओपन में अमेरिका की दिग्गज खिलाड़ी सेरेना विलियम्स को हराकर खिताब जीता था।
जापानी खिलाड़ी ने इस खिताबी जीत के साथ रैंकिंग में तीन स्थान की छलांग लगायी और रोमानिया की सिमोना हालेप को अपदस्थ कर दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बन गयीं। उन्होंने ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंट में अपनी लगातार जीत का क्रम 14 मैच पहुंचा दिया है। इसके साथ ही वह 2001 में जेनिफर कैप्रियाती के बाद पहली ऐसी खिलाड़ी बन गयी हैं जिसने अपना पहला ग्रैंड स्लेम खिताब जीतने के बाद लगातार दूसरा ग्रैंड स्लेम खिताब भी जीत लिया।
ओसाका ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली एशिया की दूसरी टेनिस खिलाड़ी बनी थीं। उनसे पहले चीन की ली ना ने तीन बार (2011, 2013, 2014) इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी और वह 2014 में चैंपियन भी बनी थीं। क्वितोवा का ऑस्ट्रेलियन ओपन में यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। उनका यह तीसरा ग्रैंड स्लैम फाइनल था। इससे पहले वह 2011 और 2014 में विंबलडन के फाइनल में पहुंची थीं और चैंपियन भी बनी थीं। लेकिन यहां उनका खिताब जीतने का सपना ओसाका ने तोड़ दिया।