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Narayan Seva Sansthan launches ‘Symposium Series 2019’ in India - नारायण सेवा संस्थान ने भारत में लाॅन्च की सिम्पोजियम सीरीज 2019 - Sabguru News
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नारायण सेवा संस्थान ने भारत में लाॅन्च की सिम्पोजियम सीरीज 2019

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नारायण सेवा संस्थान ने भारत में लाॅन्च की सिम्पोजियम सीरीज 2019
Narayan Seva Sansthan launches ‘Symposium Series 2019’ in India
Narayan Seva Sansthan launches ‘Symposium Series 2019’ in India
Narayan Seva Sansthan launches ‘Symposium Series 2019’ in India

उदयपुर । दिव्यांग लोगों, खास तौर पर जन्मजात दिव्यांग और पोलियोग्रस्त रोगियों के लिए देश में चैरिटेबल अस्पताल संचालित करने वाले धर्मार्थ संगठन नारायण सेवा संस्थान ने आज देश में ‘सिम्पोजियम सीरीज 2019‘ को लाॅन्च किया।

इस पहल के तहत पहले कदम के रूप में संस्थान ने आज संयुक्त राज्य अमेरिका के आर्थोपेडिक प्रोफेशनल डॉ नंदन शाह की यात्रा का आयोजन किया। संगोष्ठी की अध्यक्षता नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक और चेयरमैन पद्मश्री कैलाश ‘मानव‘ अग्रवाल ने की। उनके साथ उदयपुर के प्रमुख प्रभावशाली चिकित्सक भी उपस्थित थे।

इस अनूठी पहल के तहत, एनएसएस ने विभिन्न देशों में विभिन्न सहयोगों की योजना बनाई है, जिसके तहत अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी के स्वास्थ्य विशेषज्ञ विशेष सत्रों में इस बारे में जानकारी देंगे कि उन्नत तकनीक और इससे संबंधित लागत में व्याप्त फासले को कैसे दूर किया जाए। संस्थान का इरादा वंचितों और दिव्यांग लोगों की जरूरत वाली स्वास्थ्य सेवाओं में एक जबरदस्त प्रभाव लाने का है।

नारायण सेवा संस्थान वर्तमान में उदयपुर जिले के बड़ी गाँव में ‘दिव्यांग लोगांे के लिए स्मार्ट विलेज‘ में 1100 बिस्तरों वाला अस्पताल संचालित कर रहा है। इसका उद्देश्य किसी भी कीमत पर अंतरराष्ट्रीय मानक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करते हुए एशियाई देशों में दिव्यांग लोगों के उपचार के तौर-तरीकों में बदलाव लाना है। इस पहल के साथ-साथ नारायण सेवा संस्थान लोगों और कॉर्पोरेट दाताओं को इस उद्देश्य के लिए आगे आने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहा है।

इस अवसर पर नारायण सेवा संस्थान के प्रेसीडेंट प्रशांत अग्रवाल ने कहा, ‘‘ एक उन्नत और बेहतर तकनीकी प्रगति वह है जो भौगोलिक या आर्थिक सीमाओं की परवाह किए बिना उन सभी लोगों के लिए सुलभ और किफायती हो, जिन्हें इसकी जरूरत है। भारत सरकार भी डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं को सार्वभौमिक बनाने के लिए अपनी तरफ से प्रयास कर रही है और सिम्पोजियम के रूप में हमारी यह श्रृंखला भी इस वैश्विक कारण की दिशा में एक छोटा सा योगदान है।”

संगोष्ठी श्रृंखला के तहत, एनएसएस अब आक्रामक रूप से दुनिया भर के कई और चिकित्सा पेशेवरों, तकनीकी पेशेवरों, शिक्षकों, शोधकर्ताओं, प्रशिक्षुओं, स्वयंसेवकों और सहयोगियों को आमंत्रित करेगा।

नारायण सेवा संस्थान – फैक्ट शीट
ऽ राजस्थान के उदयपुर में कुल 17 भवनों वाले 2 अस्पताल, जिनमें 1100 शैयाओं की व्यवस्था है।
ऽ रोगियों और उनके परिवारों के लिए निःशुल्क सर्जरी, दवाआंे और भोजन का इंतजाम।
ऽ 125 डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मचारियों के स्टाफ द्वारा प्रतिदिन 95 से अधिक सर्जरी।
ऽ फिजियोथेरेपी, कैलीपर, ट्राइसाइकल, व्हीलचेयर, क्रचिस, सुनने की मशीन, दृष्टिहीन के लिए छडी और मॉड्यूलर कृत्रिम अंग का निशुल्क इंतजाम।
ऽ सहायक उपकरणों के साथ हर साल 25000 कैलीपर और लगभग 11000 मॉड्यूलर कृत्रिम अंगों को लगाने की निशुल्क व्यवस्था।
ऽ अब तक संगठन ने लगभग 7.95 लाख व्हीलचेयर और लगभग 2.59 लाख ट्राइसाइकल प्रदान किए हैं।
ऽ प्रतिदिन 5000 रोगियों और उनके सहयोगियों के लिए पोषणयुक्त भोजन।
ऽ 2011 से अब तक 8,750 विशेष रूप से सक्षम लोगों को कौशल प्रशिक्षण।
ऽ सर्जरी के बाद 2,875 व्यक्तियों द्वारा मोबाइल मरम्मत कार्य शुरू किया गया।
ऽ कंप्यूटर और हार्डवेयर प्रशिक्षण के माध्यम से 2830 लोगों को कुशल बनाया गया।
ऽ प्रतिभाशाली दिव्यांग लोगों के कौशल का प्रदर्शन करने के लिए फैशन शो का आयोजन।
ऽ नारायण सेवा संस्थान में इलाज किए गए विभिन्न दिव्यांग मॉडल्स के लिए रैम्प वाॅक का आयोजन।

नारायण सेवा संस्थान के बारे में
नारायण सेवा संस्थान दुनिया के विशेष रूप से सक्षम और वंचित लोगों के लिए एक बेहतरीन स्थान है। पद्मश्री कैलाश ‘मानव‘ अग्रवाल द्वारा 1985 में स्थापित नारायण सेवा संस्थान एक धर्मार्थ संगठन है जो दिव्यांग लोगों के समुदाय को शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर समाज की मुख्यधारा लाने के लिए सेवा प्रदान करता है। झीलों की नगरी उदयपुर के पास बडी गांव में स्थित नारायण सेवा संस्थान प्रकृति की गोद में अरावली पहाड़ियों की सीमा से घिरा हुआ है।

नारायण सेवा संस्थान ‘दिव्यांग लोगों के लिए एक ऐसा स्मार्ट कैंपस‘ है, जहां ‘जीवन के किसी भी स्तर पर, किसी भी तरह से वंचित अनुभव करने वाले लोगों के लिए‘ सभी सुविधाएं जुटाई गई हैं। संस्थान भारत में अपनी 480 शाखाओं और विदेशों में 86 शाखाओं के साथ विकलांगता को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए काम करता है। प्रतिदिन एक निशुल्क वाहन उदयपुर रेलवे स्टेशन पर मरीजों और उनके परिवारों को लेने के लिए पहुंचता है और इसके बाद गेस्ट हाउस में उनके लिए मुफ्त आवास और भोजन की व्यवस्था की जाती है।

नारायण सेवा संस्थान भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, यूक्रेन, ब्रिटेन और यूएसए में रहने वाले और पोलियो और सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित शारीरिक रूप से विकलांग रोगियों और अन्य जन्म विकलांगता से पीड़ित लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण बनकर उभरा है। नारायण सेवा संस्थान ने पिछले 33 वर्षों में 3.7 लाख से ज्यादा मरीजों का आॅपरेशन किया है और और उन्हें चिकित्सा सेवाओं, दवाइयों और प्रौद्योगिकी का निशुल्क लाभ देकर पूर्ण सामाजिक-आर्थिक सहायता प्रदान की है।

किसी भी प्रकार के शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास के लिए नारायण सेवा संस्थान आने वाले मरीजों को यहां किसी भी नकद काउंटर या भुगतान गेटवे से गुजरना नहीं होता। संस्थान में 1100 बिस्तरों वाले अस्पताल हैं जहां 125 डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की एक टीम प्रतिदिन लगभग 95 रोगियों का आॅपरेशन करते हुए मानवता की सेवा में जुटी है।