हरिद्वार । नारायण सेवा संस्थान द्वारा श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से शादी समारोह का आयोजन किया। कई दिन से चल रही तैयारियों को मंगलवार की शाम को अंतिम रुप दे दिया गया। नारायण सेवा संस्थान की मदद से गरीब परिवार की लड़की साक्षी व लड़के निवाशी के साथ परिणय सूत्र में बंध गई।
हरियाणा के शाखा प्रान्तीय प्रभारी धर्मपाल गर्ग ने बताया कि नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक परम् पूज्य डॉक्टर कैलाश मानव जी और अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल के मार्ग दर्शक पर शाखा संयोजिका अमिता शर्मा के अथक प्रयासों से शादी का समारोह आयोजित हुआ। साक्षी हरिद्वार में शिवपुरी कालोनी की रहने वाली है। उनके परिवार में तीन बहन और एक छोटा भाई है। पिता के पास भी रोजगार साधन नहीं है जिसके चलते बच्चों की परवरिश करने में कई आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है।
ये परिवार नारायण सेवा संस्थान शाखा हरिद्वार के सम्पर्क में आया। प्रान्तीय प्रभारी व शाखा संयोजिका अमिता शर्मा द्वारा साक्षी के विवाह हेतु प्रस्ताव को आदरणीय प्रशांत अग्रवाल जी के पास रखा। मानवता की सेवा में अग्रणीय आदरणीय प्रशांत जी ने संस्थान द्वारा सभी खर्चो को वहन करते हुए साक्षी के विवाह हेतु स्वकृति प्रदान किया। साक्षी को जरूरत का हर समान अलमारी डबल बेडए गद्दे सन्दूक कुर्सी मेज चादर तकिया रजाई कम्बल पंखा प्रेस सिलाई मशीन बर्तन सेट 21 साड़ी 11 जेंट्स सूट व गिफ्ट आदि अन्य सभी समान उपहार में दिया।
नारायण सेवा संस्थान – फैक्ट शीट:
1. राजस्थान के उदयपुर में कुल 17 भवनों वाले 2 अस्पताल, जिनमें 1100 शैयाओं की व्यवस्था है।
2. रोगियों और उनके परिवारों के लिए निःशुल्क सर्जरी, दवाआंे और भोजन का इंतजाम।
3. 125 डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मचारियों के स्टाफ द्वारा प्रतिदिन 95 से अधिक सर्जरी।
4. फिजियोथेरेपी, कैलीपर, ट्राइसाइकल, व्हीलचेयर, क्रचिस, सुनने की मशीन, दृष्टिहीन के लिए छडी और मॉड्यूलर कृत्रिम अंग का निःशुल्क इंतजाम।
5. सहायक उपकरणों के साथ हर साल 25000 कैलीपर और लगभग 11000 मॉड्यूलर कृत्रिम अंगों को लगाने की निःशुल्क व्यवस्था।
6. अब तक संगठन ने लगभग 7.95 लाख व्हीलचेयर और लगभग 2.59 लाख ट्राइसाइकल प्रदान किए हैं।
7. प्रतिदिन 5000 रोगियों और उनके सहयोगियों के लिए पोषणयुक्त भोजन।
8. 2011 से अब तक 8,750 विशेष रूप से सक्षम लोगों को कौशल प्रशिक्षण।
9. सर्जरी के बाद 2,875 व्यक्तियों द्वारा मोबाइल मरम्मत कार्य शुरू किया गया।
10. कंप्यूटर और हार्डवेयर प्रशिक्षण के माध्यम से 2830 लोगों को कुशल बनाया गया।
11. प्रतिभाशाली दिव्यांग लोगों के कौशल का प्रदर्शन करने के लिए फैशन शो का आयोजन।
12. नारायण सेवा संस्थान में इलाज किए गए विभिन्न दिव्यांग मॉडल्स के लिए रैम्प वाॅक का आयोजन।
नारायण सेवा संस्थान के बारे में :
नारायण सेवा संस्थान दुनिया के विशेष रूप से सक्षम और वंचित लोगों के लिए एक बेहतरीन स्थान है। पद्मश्री कैलाश ‘मानव‘ अग्रवाल द्वारा 1985 में स्थापित नारायण सेवा संस्थान एक धर्मार्थ संगठन है जो दिव्यांग लोगों के समुदाय को शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर समाज की मुख्यधारा लाने के लिए सेवा प्रदान करता है। झीलों की नगरी उदयपुर के पास बडी गांव में स्थित नारायण सेवा संस्थान प्रकृति की गोद में अरावली पहाड़ियों की सीमा से घिरा हुआ है।
नारायण सेवा संस्थान ‘दिव्यांग लोगों के लिए एक ऐसा स्मार्ट कैंपस‘ है, जहां ‘जीवन के किसी भी स्तर पर, किसी भी तरह से वंचित अनुभव करने वाले लोगों के लिए‘ सभी सुविधाएं जुटाई गई हैं। संस्थान भारत में अपनी 480 शाखाओं और विदेशों में 86 शाखाओं के साथ विकलांगता को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए काम करता है। प्रतिदिन एक निशुल्क वाहन उदयपुर रेलवे स्टेशन पर मरीजों और उनके परिवारों को लेने के लिए पहुंचता है और इसके बाद गेस्ट हाउस में उनके लिए मुफ्त आवास और भोजन की व्यवस्था की जाती है।
नारायण सेवा संस्थान भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, यूक्रेन, ब्रिटेन और यूएसए में रहने वाले और पोलियो और सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित शारीरिक रूप से विकलांग रोगियों और अन्य जन्म विकलांगता से पीड़ित लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण बनकर उभरा है। नारायण सेवा संस्थान ने पिछले 30 वर्षों में 3.5 लाख से ज्यादा मरीजों का आॅपरेशन किया है और और उन्हें चिकित्सा सेवाओं, दवाइयों और प्रौद्योगिकी का निःशुल्क लाभ देकर पूर्ण सामाजिक-आर्थिक सहायता प्रदान की है।
किसी भी प्रकार के शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास के लिए नारायण सेवा संस्थान आने वाले मरीजों को यहां किसी भी नकद काउंटर या भुगतान गेटवे से गुजरना नहीं होता। संस्थान में 1100 बिस्तरों वाले अस्पताल हैं जहां 125 डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की एक टीम प्रतिदिन लगभग 95 रोगियों का आॅपरेशन करते हुए मानवता की सेवा में जुटी है।