अहमदाबाद। स्वयंसेवी संगठन नारायण सेवा संस्थान ने दिव्यांग लोगों की सेवा के प्रेरणास्पद काम में संस्थान की सहायता करने वाले दानदाताओं का सम्मान करने के मकसद से ‘अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार समारोह 2018‘ का आयोजन किया। नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री प्रशांत अग्रवाल की उपस्थिति में आयोजित इस शानदार समारोह में प्रसिद्ध बॉलीवुड स्टार जैकी श्रॉफ और टेलीविजन कलाकार दिलीप जोशी भी शामिल हुए।
इस दौरान, दुनियाभर से आए 100 से अधिक दानदाताओं को विभिन्न श्रेणियों में प्लेटिनम, डायमंड, गोल्ड, सिल्वर और ब्राॅन्ज अवार्ड दिए गए। ये ऐसे दानदाता हैं जिन्होंने प्रतीक्षा सूची में शामिल 15000 दिव्यांगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए नारायण सेवा संस्थान की सहायता की है।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री प्रशांत अग्रवाल कहते हैं- ‘‘नारायण संस्थान एक स्मार्ट विलेज है जिसमें शारीरिक रूप से असमर्थ ऐसे लोगों के लिए सभी सुविधाएं हैं जो जीवन के किसी भी स्तर पर सुविधा से वंचित रहते हैं। नारायण सेवा संस्थान ने पिछले 30 सालों में 3.5 लाख से अधिक रोगियों का आॅपरेशन किया है और उन्हें चिकित्सा सेवाओं, दवाइयों और प्रौद्योगिकी का निशुल्क लाभ देकर पूर्ण सामाजिक-आर्थिक सहायता प्रदान की है। हमने किसी भी चीज के लिए हमारे स्मार्ट ग्राम में किसी भी तरह का नकद काउंटर को नहीं रखा है। हमें यह बताते हुए गर्व महसूस होता है कि हमारे दोनों अस्पतालों में 125 डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम काम करती है, जो रोजाना 95 रोगियों का आॅपरेशन कर रहे हैं और इस तरह की मानवता की सेवा कर रहे हैं।‘‘
नारायण सेवा संस्थान में 1100 बिस्तरों वाला अस्पताल है, जो न केवल दिव्यांग लोगों का इलाज करता है बल्कि उन्हें सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास भी प्रदान करता है। कहा जा सकता है कि नारायण सेवा संस्थान भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, यूक्रेन, यूके और अमरीका के ऐसे रोगियों के लिए उम्मीद की एक किरण बनकर उभरा है, जो पोलियो, सेरेब्रल पाल्सी, लिम्फेटिक फिलारासीस जैसे रोगों से ग्रस्त हैं। उदयपुर, राजस्थान में स्मार्ट गांव ‘बडी‘ में रोजाना हजारों रोगियों की सेवा की जाती है। किसी भी प्रकार के शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास के लिए नारायण सेवा संस्थान आने वाले मरीजों को यहां किसी भी नकद काउंटर या भुगतान गेटवे से गुजरना नहीं होता।
फिजियोथेरेपी, कैलीपर्स, मॉड्यूलर इक्विपमेंट्स, ट्राइसाइकल, व्हीलचेयर, अवयव और कई अन्य आधुनिक प्रकार के उपकरण यहां निशुल्क प्रदान किए जाते हंै। इसके अलावा, नारायण सेवा संस्थान अन्य सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में रक्त कैंसर, किडनी प्रत्यारोपण और हृदय संबंधी बीमारियों के लिए रोगियों के उपचार का इंतजाम करता है और इस इलाज का पूरा खर्च स्वयं वहन करता है। संस्थान ने प्रति वर्ष रोगियों को 25000 कैलिपर और लगभग 11000 मॉड्यूलर कृत्रिम अंग प्रदान किए हैं। अब तक, संगठन ने लगभग 7.95 लाख व्हीलचेयर और लगभग 2.59 लाख ट्राइसाइकल भी दान किए हैं।
नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक का मानना है कि रोगियों को शारीरिक रूप से फिट बनाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास से भरपूर और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमें जीवन के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलना चाहिए। इसी क्रम में संस्थान कंप्यूटर पाठ्यक्रम, मोबाइल रिपेयरिंग पाठ्यक्रम, सिलाई पाठ्यक्रम और ऐसे कई व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम चलाता है जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके। वापस अपने घर लौटने वाले मरीजों को नौकरी तलाशने में भी मदद की जाती है। जो भी अपना व्यवसाय शुरू करना चाहता है, उसे नारायण सेवा संस्थान से निशुल्क सिलाई मशीन, उपकरण किट या ऐसी कोई भी मदद प्रदान की जाती है।
नारायण सेवा संस्थान ने 30 सामूहिक विवाह समारोहों का आयोजन किया है और 1500 से अधिक दिव्यांग जोडों का विवाह कराया है। संस्थान ने दिव्यांगों के लिए राष्ट्रीय स्तर की तैराकी स्पर्धा, फैशन और टैलेंट शो का आयोजन भी किया है।
नारायण सेवा संस्थान दिव्यांग लोगों के शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में लगातार नई ऊंचाई हासिल कर रहा है। 1985 में स्थापित यह संस्थान पोलियो से प्रभावित लाखों लोगों को और अन्य ‘जन्म से‘ दिव्यांग लोगों को सुधारात्मक शल्यचिकित्सा के जरिए मुफ्त में इलाज प्रदान कर रहा है।