कोटा/जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने नारकोटिक्स ब्यूरो के अतिरिक्त आयुक्त डा. सहीराम मीणा को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं, उनके यहां तलाशी में दो करोड़ 35 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं।
ब्यूरो के महानिदेशक डॉ आलोक त्रिपाठी ने रविवार को बताया कि शनिवार को कोटा में मीणा को उनके आवास पर एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए ब्यूरो टीम ने गिरफ्तार किया। इस दौरान रिश्वत देने वाले कमलेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया। रिश्वत का लेन-देन अफीम की खेती का पट्टा देने की एवज में हुआ।
उन्होंने बताया कि मीणा को गिरफ्तार करने के बाद कोटा स्थित उनके सरकारी आवास की तलाशी में तीन लाख 95 हजार रुपए बरामद किए। इसके बाद ब्यूरो की चार टीमों ने उनके जयपुर स्थित आवास पर देर रात तक तलाशी ली और कोटा एवं जयपुर को मिलाकर दो करोड़ 35 लाख रुपए नकद बरामद हुए। इसमें छह लाख 26 हजार रुपए के जेवरात तथा 126 आवासीय भूखंडों के दस्तावेज बरामद हुए हैं जो मीणा खुद, पत्नी एवं बेटे आदि के नाम हैं।
त्रिपाठी ने बताया कि तलाशी में 25 दुकानें, दो अन्य प्लाट, पांच बीघा कृषि जमीन और पन्द्रह बैंक खातों के दस्तावेज मिले हैं। इनकी जांच की जाएगी। इसके अलावा एक मैरीज गार्डन, एक पेट्रोल पम्प, मुम्बई एवं दिल्ली में फ्लैट होने का पता चला हैं। साथ ही चार ट्रक एवं चार कारें होने का भी पता चला है।
उन्होंने बताया कि पिछले लम्बे समय से उस पर नजर रखी जा रही थी। कमलेश के 26 जनवरी को रिश्वत देने का तय होने पर दोनों को शनिवार को रिश्वत लेते एवं देते समय गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि दोनों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लेने के बाद पूछताछ में भी और सम्पत्ति का पता लगने की संभावना है।