नयी दिल्ली । तेलुगु देश पार्टी (तेदेपा)ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचारियों को सह देने और आंध्र प्रदेश के साथ वादा खिलाफी करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि राज्य का विभाजन अवैज्ञानिक तरीके से हुआ और वहां के लोगों को न्याय देने के लिए उसे तत्काल विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए।
लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए तेदेपा के नेता जयदेव गल्ला ने कहा की मोदी ने 2014 में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि बंटवारे में आंध्र प्रदेश के साथ अन्याय हुआ है। कांग्रेस ने मां (आंध्र ) को मार डाला और बच्चे (तेलंगाना) को बचा लिया है। अगर मैं होता तो दोनों को बचा लेता।
उन्होंने कहा कि मोदी की बात से आंध्र प्रदेश के लोगों में भरोसा जगा था कि उनके साथ न्याय होगा। केंद्र में उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)सरकार बनने के बाद चार साल तक राज्य के लोग इसी उम्मीद में रहे कि उनकी मांग पूरी होगी लेकिन मोदी सरकार ने उनके साथ न्याय नहीं किया। अविश्वास प्रस्ताव तेदपा के ही के श्रीनिवास ने पेश किया और इस पर चर्चा शुरू करने के लिए अपनी ओर से गल्ला काे अधिकृत किया था।
गल्ला ने कहा कि राजग सरकार ने तर्क दिया कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से बिहार तथा अन्य राज्य भी इसी तरह की मांग करने लगेंगे। उन्होंने इस तर्क को गलत बताया और कहा कि आंध्र प्रदेश के विभाजन के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उसे विशेष राज्य का दर्जा देने का आश्वासन दिया था जबकि अन्य किसी राज्य के साथ इस तरह की स्थिति नहीं थी।