नयी दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अनौपचारिक शिखर बैठक के लिए आज रूस रवाना हो गये।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पिछले महीने अनौपचारिक बैठक के बाद मोदी की रूसी राष्ट्रपति के साथ होने वाली इस अनौपचारिक बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों नेताओं के बीच रूस के सोची शहर में आज ही बैठक होगी। प्रधानमंत्री ने कल एक वक्तव्य में कहा था कि उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच विशेष सामरिक भागीदारी नयी ऊंचाई पर पहुंचेगी। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्ता से भारत और रूस के बीच विशेष सामरिक भागीदारी और प्रगाढ़ होगी और नये आयाम हासिल करेगी।”
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बैठक का कोई एजेंडा नहीं रखा गया है। दोनों नेता दिन में चार से छह घंटे तक एक दूसरे के साथ रहेंगे और इसमें ज्यादातर वक्त वे एकांत में बातचीत करेंगे। श्री पुतिन श्री मोदी के सम्मान में दोपहर के भोज का आयोजन भी करेंगे। दोनों नेताओं की इस बैठक के लिए कोई प्रोटोकॉल नहीं होगा और ना कोई गार्ड ऑफ ऑनर होगा। ना कोई औपचारिक बयान जारी किया जाएगा और ना ही संयुक्त वक्तव्य जारी होगा। बैठक में अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श होगा। तेजी से बदलती वैश्विक परिस्थितियों, अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट, निवेश एवं कारोबार में वृद्धि, दुनिया के विभिन्न हिस्सों में टकराव आदि विषयों पर विशेष रूप से चर्चा होगी। अमेरिका द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाए जाने, काेरियाई प्रायद्वीप की गतिविधियां तथा ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर संयुक्त कार्ययोजना से अमेरिका के हटने का फैसले पर भी विचार-विमर्श होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री इस बैठक के बाद शाम को ही स्वदेश लौट आएंगे।