वाशिंगटन। नासा का मार्स रोवर अपार्च्यूनिटी ने इस सप्ताह ‘चट्टान पर धारियों’ का पता लगाया है, जिससे लाल ग्रह पर पानी, हवा व अन्य प्रक्रियाओं के होने के संकेत मिलते हैं। इस रोवर को मंगल पर 5,000 दिन हो चुके हैं।
नासा ने इस हफ्ते एक बयान में कहा कि रोवर से मिले हालिया चित्रों में जमीन की बनावट में कुछ पर्वत की ढलानों पर बहुत ही विशेष तरह की पत्थर पर धुंधली धारियां दिखी हैं, जमीन पर यह नम मिट्टी के बार-बार जमने व टूटने के चक्र के दोहराए जाने के परिणाम स्वरूप बनती हैं।
बयान में कहा गया है कि लेकिन यह हवा, ढलान से किसी चीज के आने-जाने या दूसरी प्रक्रियाओं के संयोजन के कारण भी हो सकती है।
सेंट लुईस में वाशिंगटन विश्वविद्यालय के अपार्च्यूनिटी के उप मुख्य अनुसंधानकर्ता रे अरविडसन ने कहा कि यह रहस्यमय है। यह रोमांचक है। मेरा मानना है कि जो भी हमें जानकारी प्राप्त होगी, उससे हमें इसे समझने में मदद मिलेगी। अपार्च्यूनिटी को मंगल पर जनवरी 2004 में उतारा गया था। यह वर्तमान में एक चैनल ‘प्रिजर्वेश वैली’ की जांच कर रहा है।