अजमेर। अजमेर जिले के नसीराबाद नगर पालिका के अध्यक्ष के लिए हो रहे चुनाव में कांग्रेस ने निर्दलीय को उम्मीदवार बनाकर भारतीय जनता पार्टी के सामने चुनौती पेश की है।
इस निकाय में कुल 20 वार्डों में से भाजपा के 10, कांग्रेस के आठ और दो निर्दलीय पार्षद चुने गये हैं। स्पष्ट बहुमत के लिए भाजपा को एक पार्षद की जरूरत है। पार्टी ने एक निर्दलीय के समर्थन का दावा किया है, लिहाजा उसने अध्यक्ष पद के लिए अनिता मित्तल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। दूसरी ओर कांग्र्रेस ने भाजपा को उलझाते हुए निर्दलीय शारदा मित्तल को समर्थन देकर मुकाबला रोचक बना दिया है।
कांग्रेस का दावा है कि दूसरा निर्दलीय पार्षद भी कांग्रेस पृष्ठभूमि का है, लिहाजा मुकाबला बराबर रहने की संभावना है। यदि मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग नहीं हुई तो स्थिति ‘टाई’ की बनेगी। ऐसी स्थिति में फैसला उम्मीदवार की किस्मत करेगी।
नियमानुसार निर्वाचन अधिकारी को अध्यक्ष के चुनाव के लिए पर्ची निकालना होगी। पर्ची जिसके नाम निकलेगी, उसे ही नवगठित पालिका का अध्यक्ष घोषित किया जाएगा। कांग्रेस की इस रणनीति ने भाजपा की नींद उड़ा रखी है ।
गौरतलब है कि अजमेर नगर निगम के लिए महापौर के चुनाव में धर्मेन्द्र गहलोत और सुरेंद्र सिंह शेखावत के बीच 30-30 मतों पर टाई होने के बाद लाटरी के जरिये ही अन्तिम निर्णय से गहलोत को महापौर घोषित किया गया था। उस दौरान भी भाजपा-कांग्रेस के बीच काफी दांव पेंच देखने को मिले थे।