अजमेर। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर वलजीभाई झाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह सफाई कर्मचारियों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित करने का प्रयास करें। जिस प्रकार देश की रक्षा के लिए सैनिक होता है उसी प्रकार हमारी स्वास्थ्य रक्षा के लिए सफाई कर्मचारी कार्य करते हैं। इन्हें हर प्रकार से संबल प्रदान करने का प्रयास किया जाए।
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष सोमवार को अजमेर में जिला कलक्टर कार्यालय में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि एमएस एक्ट 2013 का शत प्रतिशत पालन किया जाए। उन्होंने गत अगस्त 2015 में पुष्कर में हुए हादसे में मृतक के आश्रितों को इस एक्ट के तहत 5-5 लाख रूपए और देने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित ठेकेदार एवं अधिकारी के खिलाफ भी एक्ट की पालना नहीं किए जाने को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने इस एक्ट के तहत जिला एवं उपखण्ड स्तर पर सतर्कता समितियों के गठन किए जाने के भी निर्देश दिए। तथा कहा कि इन समितियों में चार गैर सरकारी सदस्यों को भी सम्मिलित किया जाए। यह कार्य सात दिवस में करें।
अध्यक्ष ने संविदा पर लगे सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन से कम वेतन नहीं दिए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे संविदा सफाई कर्मचारियों का पीएफ व ईएसआई काटा जाए साथ ही उनके बैंक खाते खोलकर बैंक खातों में ही भुगतान किया जाए। उन्हे प्रतिमाह वेतन विवरण की स्लीप दी जाए।
साथ ही अवकाश सुविधा, सफाई कीटस प्रदान करते हुए स्वास्थ्य जांच के लिए शिविरों का भी आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि समस्त सफाई कर्मचारियों को प्रधानमंत्री बीमा योजना का लाभ दिलाया जाए जिसमें विभाग द्वारा प्रति कर्मचारी 12 रूपए की किस्त आती है। यह कार्य एक माह में पूर्ण किया जाए।
उन्होंने अनुसूचित जाति जनजाति के व्यक्तियों को दिए जाने वाले ऋण के बकाया आवेदनों को शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए। वही अनुजा निगम के माध्यम से सफाई कर्मचारियों की विभिन्न योजनाओं को प्रचारित कर उनका लाभ दिलाया जाए। उनके क्षेत्र में जागरूकता के शिविर आयोजित किए जाए। उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षा के लिए शिक्षा विभाग द्वारा छात्रावृतियां भी उपलब्ध करवाया जाए।
बैठक में गत बैठक लिए गए निर्णयों की पालना पर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में आयोग के सदस्य स्वामी सदानंद महाराज, आयोग के प्रमुख सचिव महेन्द्र प्रसाद, जिला कलक्टर आरती डोगरा, जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह चौधरी, नगर निगम के आयुक्त हिमांशु गुप्ता, उपायुक्त ज्योति ककवानी सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग जिले के समस्त नगर पालिकाओं के अधीशाषी अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।