जयपुर। राजस्थान में जनसम्पर्क राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कलम में बड़ी शक्ति बताते हुए कहा है कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए इस ताकत का बना रहना बहुत जरूरी है।
चांदना रविवार को इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट की नेशनल काउंसिल कॉन्फ्रेंस को मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक पत्रकार की कलम यहां चलती है और उसका प्रभाव हजारों किलोमीटर दूर तक होता है।
लोकतंत्र में स्वस्थ और निर्भिक पत्रकारिता का होना बहुत जरूरी है। ऎसी पत्रकारिता के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ‘पत्रकार फ्रेंडली’ बताते हुए कहा कि वह पत्रकार कल्याण से संबंधित मुद्दों को लेकर हमेशा सकारात्मक रहते हैं।
उनका प्रयास है कि पत्रकारों के कल्याण के लिए राज्य में ऎसी नीतियां बनें जो पूरे देश में नजीर साबित हो और उनसे न केवल राजस्थान के पत्रकारों का भला हो, बल्कि दूसरे राज्य भी उन्हें अपनाएं।
वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण चंद छाबड़ा ने फेडरेशन के गठन से लेकर अब तक की यात्रा के बारे में अवगत कराते हुए नई पीढ़ी को निर्भिकता के साथ सकारात्मक पत्रकारिता करने की सीख दी।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष मुकेश मीणा ने राज्य सरकार की ओर से पत्रकारों के कल्याण के लिए उठाए विभिन्न कदमों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री और जनसम्पर्क राज्य मंत्री का आभार व्यक्त किया और अपनी कुछ अन्य मांगें मंत्री के समक्ष रखीं।
इससे पूर्व जनसम्पर्क राज्य मंत्री एवं अन्य अतिथियों ने फेडरेशन की स्मारिका ‘श्रम सुगन्ध’ तथा पत्रकार-लेखक देवकिशन राजपुरोहित एवं दिनेश कुमार शर्मा की पुस्तकों का विमोचन और वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी फारूख आफरीदी, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक अरूण जोशी, फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेश भार्गव एवं प्रदेश अध्यक्ष हरीश गुप्ता आदि मौजूद थे।