Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
ED ने सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए फिर 25 जुलाई को बुलाया - Sabguru News
होम Delhi ED ने सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए फिर 25 जुलाई को बुलाया

ED ने सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए फिर 25 जुलाई को बुलाया

0
ED ने सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए फिर 25 जुलाई को बुलाया

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से गुरुवार को यहां पहले दौर की पूछताछ की और आगे की पूछताछ के लिए उन्हें 25 जुलाई को तलब किया है। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

सोनिया गांधी से एजेंसी के मुख्यालय करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई। उन्हें ईडी के समन के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राजधानी दिल्ली और देश के अन्य स्थानों पर प्रदर्शन किए। दिल्ली में प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए पुलिस को काफी जद्दोजेहद करनी पड़ी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार का भी प्रयोग किया।

एजेंसी ने कांग्रेस अध्यक्ष को धन शोधन निवारक अधिनियम के तहत इस मामले की जांच के सिलसिले में पहले 23 जून को तलब किया था, लेकिन उस समय वह कोरोना से संक्रमित होने के कारण स्वस्थ नहीं थीं, इसलिए उनसे पूछताछ कुछ समय के लिए टाल दी गई थी।

इस बीच कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता जयराम रमेश ने आज शाम दावा किया कि ईडी के पास आज की पूछताछ में सोनिया गांधी से पूछने के लिए कोई सवाल नहीं बचा था और अधिकारियों ने उन्हें जाने के लिए कह दिया था।

रमेश ने ट्वीट किया कि ईडी ने कहा हमारे पास कोई सवाल नहीं, आप जा सकती हैं, मगर सोनिया जी ने कहा कि आपके जितने सवाल हैं, पूछिए, मैं रात आठ-नौ बजे तक रुकने को तैयार हूं। मैं (जयराम रमेश) साफ कर दूं कि सोनिया जी ने पूछताछ खत्म करने का कोई निवेदन नहीं किया।

कांग्रेस नेता के अनुसार सोनिया गांधी ने कहा कि वह कोविड-19 से संक्रमित थी और उन्हें दवा लेने की जरूरत होती है, इसलिए उन्हें पहले ही अगली पूछताछ के बारे में बता दें। रमेश ने कहा कि एजेंसी ने कहा कि शुक्रवार को उनसे पूछताछ के लिए उनके पास कुछ नहीं है। इसपर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह सोमवार को फिर आऩे को तैयार हैं।

ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि सोनिया गांधी से पूछताछ की अगली तिथि उनके अनुरोध पर 25 जुलाई रखी गई है। इससे पहले उन्हें 26 जुलाई को बुलाया जा रहा था। इस मामले को लेकर ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी सदस्यों के बीच बहस हुई, जिससे सदन को तीन बार स्थगित करना पड़ा।