नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया ने कोरोना के संकटपूर्ण समय में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं और व्यक्तिओं को कोरोना काल के नायक सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की है।
कोरोना महामारी के बीच फ्रंटलाइन वारियर बनकर कार्य कर रहे प्रोफेशनल, आम लोगों और संस्थाओं का इस सम्मान के लिए चयन करने के वास्ते सात सदस्यीय चयन समिति का गठन किया है। समिति के अध्यक्ष जाने-माने पत्रकार और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ आलोक मेहता होंगे।
समिति में असम के पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव और रिटायर आईएएस कमलकांति मित्तल, राममनोहर लोहिया अस्पताल के पूर्व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और स्वयंसेवी संस्था चौपाल के अध्यक्ष डॉ आर एस टोंक, भारत के पूर्व हॉकी ओलंपियन और वर्ल्ड कप चैंपियन टीम के खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सूचना निदेशक टीएस राणा, सुप्रीम कोर्ट के वकील और पर्यावरणविद अश्विनी दुबे और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य एवं पत्रकार आनंद राणा शामिल हैं।
जंतर-मंतर रोड स्थित एनयूजे-आई मुख्यालय में शनिवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेस में एनयूजे-आई के अध्यक्ष रास बिहारी, दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (डीजेए) के अध्यक्ष राकेश थपलियाल और महासचिव केपी मलिक ने बताया कि कोरोना महामारी के प्रकोप के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के व्यक्तियों ने गरीबों को भोजन, राशन, आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के नेताओं, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और पत्रकारों ने इस संकट काल में जरूरतमंदों की मदद में विशेष भूमिका निभाई है। कुछ लोग संक्रमित भी हुए। दुर्भाग्य से कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण कई कोरोना योद्धाओं की मौत हो गई। पूरे देश में एनयूजे-आई और सम्बंधित राज्य इकाइयों की तरफ से कोरोना काल के नायकों का सम्मान किया जाएगा। प्रेस कांफ्रेस का प्रसारण वेबिनार के माध्यम से भी किया गया।
प्रेस कांफ्रेस को एनयूजे-आई महासचिव प्रसन्ना मोहंती और अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। एनयूज-आई के कोषाध्यक्ष डॉ अरविन्द सिंह उत्तर प्रदेश, उपाध्यक्ष प्रदीप तिवारी मध्य प्रदेश, एमडीवीएसआर पुन्नम राजू आंध्र प्रदेश, सैयद जुनैद जम्मू-कश्मीर, भूपेन गोस्वामी असम, रामचंद्र कन्नोजिया उत्तराखंड, सचिव कमलकांत उपमन्यु उत्तर प्रदेश, पंकज सोनी राजस्थान, कथा करी कंधास्वामी तमिलनाडु और प्रशांत चक्रवती त्रिपुरा ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर जंतर-मंतर कार्यालय में डीजेए के पदाधिकारी मौजूद थे। राकेश थपलियाल ने बताया कि एनयूजे अध्यक्ष रास बिहारी ने चयन समिति के सदस्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। चयन समिति के अध्यक्ष डॉ आलोक मेहता कई समाचारपत्रों में संपादक रहे और उन्होंने 50 से ज्यादा किताबें लिखी हैं। 1983 बैच के आईएएस अधिकारी मित्तल ने असम सरकार के महत्वपूर्ण विभागों का जिम्मा संभाला और कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया।
डॉ आरएस टोंक चिकित्सा जगत की जानी-मानी हस्ती हैं और उन्होंने स्वास्थ्य जगत में काम करने वाली चौपाल संस्था के माध्यम से देशभर में दो हजार से ज्यादा स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया। सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी दुबे जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और पर्यावरणविद हैं। टीएस राणा ने उत्तर प्रदेश सूचना केंद्र प्रभारी रहते हुए कई मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया। प्रेस कॉउन्सिल ऑफ इंडिया के सदस्य आनंद राणा 20 साल से ज्यादा समय से पत्रकारिता में हैं।
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