नयी दिल्ली । नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा 17 से 19 अप्रैल तक तीन दिन की द्विपक्षीय यात्रा पर थाईलैंड जायेंगे। नौसेना के अनुसार उनकी यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच समुद्री क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत बनाना तथा रक्षा क्षेत्र में सहयोग के नये अवसरों का पता लगाना है।
एडमिरल लांबा थाईलैंड के रक्षा बलों के प्रमुख पी बेनयासरी और वहां की नौसेना के प्रमुख एडमिरल एल रूदित के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। वह बैंकाक में नौसेना तथा सशस्त्र बल मुख्यालयों के साथ-साथ फुकेत स्थित तीसरी नौसेना कमान का भी दौरा करेंगे
भारत के थाईलैंड के साथ सदियों पुराने संबंध हैं और दोनों देशों ने भारत की आजादी के बाद 1947 में औपचारिक राजनयिक संबंधों की शुरूआत की थी। दोनों के रक्षा संबंध बीते वर्षों में काफी परिपक्व हुए हैं और वर्ष 2012 में उन्होंने रक्षा सहयोग के क्षेत्र में एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किये। हर साल होने वाला उच्च स्तरीय रक्षा संवाद भी दोनों के रक्षा संबंधों का महत्वपूर्ण अंग है। इस संवाद का 7 वां संस्करण गत मार्च में यहां हुआ था।
भारतीय नौसेना कई मोर्चों पर थाईलैंड नौसेना के साथ सहयोग कर रही है जिनमें संचालन संपर्क, प्रशिक्षण आदान-प्रदान और जल माप क्षेत्र में सहयोग शामिल है। दोनों के बीच ‘स्टॉफ टॉक’ भी संपर्क का महत्वपूर्ण माध्यम है। इसका 11 वां संस्करण गत मार्च में बैंकाक में हुआ था। थाईलैंड नौसेना हिन्द महासागर नौसेनिक संगोष्ठी की सदस्य है और वह इसके मानवीय सहायता तथा आपदा राहत , समुद्री सुरक्षा और सूचना आदान-प्रदान कार्यदलों में सक्रिय रूप से हिस्सा लेती है।