जयपुर। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली सरकार की ओर से डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर अपनाए गए रवैये से नाराज निर्दलीय विधायक राजकुमार शर्मा ने सोमवार को राजस्थान विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने प्रदेश सरकार के उदासीन रवैये के विरोध में अपना इस्तीफा विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल को दिया।
राजस्थान में सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल बुधवार को समाप्त हुई। लेकिन नवंबर और दिसंबर के दौरान दोनों बार की हड़ताल में अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने की वजह से कई मरीजों की मौत हो गई थी।
शर्मा ने मीडिया को बताया कि वह पूरे मामले को लेकर परेशान थे। उन्होंने कहा कि क्योंकि डॉक्टर प्रदेश सरकार को सहयोग कर रहे थे। लेकिन सरकार ने बदले की भावना से 12 डॉक्टरों का तबादला कर दिया, जिसको लेकर डॉक्टर हड़ताल पर गए थे। बाद में हड़ताल के मसले का जिस तरीके से समाधान किया गया उससे मैं और ज्यादा परेशान हुआ। इसलिए मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया।
शर्मा नवलगढ़ से विधायक हैं। उन्होंने बताया कि वसुंधरा राजे की सरकार के साथ समझौता होने पर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी, लेकिन हड़ताल के दौरान जो लोगों की जानें गईं उसके लिए कोई जिम्मेदारी तय नहीं की गई।
शर्मा पूर्व में प्रदेश में राज्यमंत्री भी रहे हैं और 2008 में वह बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव जीते थे और प्रदेश में अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार को उन्होंने समर्थन किया था।