इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने परोक्ष रूप से यह स्वीकार किया है कि 9/11 मुंबई हमले में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों की भूमिका थी।
पाकिस्तान के समाचारपत्र ‘द डॉन’ में प्रकाशित साक्षात्कार में शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। उनका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। तब भी क्या हम उनको सीमा पार करके मुंबई में 150 लोगों की हत्या करने दे सकते हैं?
उन्होंने रावलपिंडी में आतंकवाद रोधी न्यायालय में मुंबई हमले से संबंधित मुकदमे पर लगी रोक के संदर्भ में कहा कि हम इस न्यायिक प्रक्रिया को पूरा क्यों नहीं कर सकते?
गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी मुंबई के ताज होटल में घुस गए थे। आतंकवादी हमले में 150 लोगों मारे गए थे, जबकि करीब 300 लोग घायल हो गए थे।
भारत लंबे समय से कहता रहा है कि मुंबई आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ है। अब शरीफ भी परोक्ष रूप से इसे स्वीकार कर रहे हैं। इससे भारत के पक्ष को बल मिलेगा।
इससे पहले पाकिस्तान 2008 के मुंबई हमले में अपनी किसी भी भूमिका से इनकार करता रहा है। भारत की ओर से मुंबई हमले के पुख्ता सबूत देने के बाद भी पाकिस्तान ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
शरीफ ने पाकिस्तान के मौजूदा हालात पर कहा कि अगर देश में दो-तीन समानांतर सरकारें चल रहीं हों तो आप देश नहीं चला सकते। यह बंद होना चाहिए। देश में एक ही संवैधानिक सरकार होनी चाहिए।