लंदन/इस्लामाबाद। पूर्व प्रधान मंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के सुप्रीमो नवाज शरीफ ने मंगलवार को संघीय सरकार से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान के खिलाफ ‘तत्काल कानूनी कार्रवाई’ करने का आग्रह किया, क्योंकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने विदेश से प्रतिबंधित धन मामले में उनकी पार्टी के खिलाफ फैसला सुनाया है।
शरीफ ने आरोप लगाया कि यह आज साबित हो गया है और अब पूरा देश जानता है कि इमरान खान देश के इतिहास में सबसे बड़ा चोर है। इससे पहले मंगलवार को ईसीपी ने अपने फैसले में फैसला सुनाया कि पीटीआई को वास्तव में निषिद्ध धन प्राप्त हुआ था।
ईसीपी ने कहा कि आयोग के समक्ष पार्टी ने केवल आठ खाते होने की बात स्वीकार की और 13 खातों को अज्ञात घोषित किया। अपने आदेश में, आयोग ने यह भी कहा कि हम यह मानने के लिए विवश है कि इमरान खान पाकिस्तानी क़ानून के तहत अनिवार्य रूप से अपने दायित्वों का निर्वहन करने में विफल रहे।
ईसीपी का फैसला आने के बाद शरीफ ने यहां स्थित अपने आवास के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए नवाज ने कहा कि इमरान ईमानदारी के बारे में लोगों को ‘व्याख्या’ देते थे। उन्होंने कहा कि वह जानता था कि उसने सबसे बड़ी मनी लॉन्ड्रिंग की है। यही कारण है कि वह मुख्य चुनाव आयुक्त के इस्तीफे की मांग करते रहे।
नवाज ने दावा किया कि इमरान ने जिस तरह से विदेशी नागरिकों से पैसे लिए, उससे साबित होता है कि वह वह व्यक्ति था जिसने देश में विदेशी एजेंडा लाया था। उन्होंने याद किया कि पीएमएल-एन देश को प्रगति की ओर ले जा रहा था, इस बात पर खेद व्यक्त करते हुए कि इमरान के कार्यों के कारण सभी प्रयास व्यर्थ हो गए। उन्होंने कहा कि उन्होंने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और हमारी कमर तोड़ दी है।
इसबीच पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने संकल्प व्यक्त किया कि सरकार कानून के अनुसार मामले में ईसीपी के फैसले को लागू करेगी। उन्होंने एक ट्वीट में दावा किया कि आयोग के फैसले ने इमरान खान के अपराधों की पुष्टि की और मांग की कि उन्हें तुरंत अपनी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इमरान खान ने अवैध विदेशी फंडिंग के जरिए पाकिस्तान में अराजकता फैलाई।