इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नए मंत्रिमंडल ने पूर्व प्रधानमंत्री सजायाफ्ता नवाज शरीफ और उनकी पुत्र मरियम पर शिकंजा कसते हुए उनके देश से बाहर जाने पर रोक लगा दी है।
नए मंत्रिमंडल की सोमवार को हुई बैठक के बाद सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मीडिया को बताया कि नवाज और मरियम के नाम एक्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) में रखने का फैसला किया गया है।
उन्होंने बताया कि कानून और गृह मंत्रालयों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वह नवाज के पुत्रों हसन और हुसैन के खिलाफ रेड वारंट को क्रियान्वित करें तथा पूर्व वित्त मंत्री इशाक डार को पाकिस्तान वापस लाया जाए।
चौधरी ने बताया कि कानून मंत्रालय को यह भी निर्देश दिया गया है कि वह एवेनफील्ड प्राॅपर्टीज मामले में ब्रिटेन सरकार से संपर्क करे। उन्होंने कहा कि एवेनफील्ड प्राॅपर्टीज पाकिस्तान से जुड़ी हुई है। भ्रष्टाचार से जुड़े इन मामलों में नवाज शरीफ को कुल 11 वर्ष की सजा हुई है जबकि उनकी बेटी मरियम को आठ साल की सजा मिली है।
नवाज और उनकी बेटी फिलहाल रावलपिंडी की अदीला जेल में अपनी सजा काट रही है। मरियम के पति कैप्टन (सेवानिवृत्त) सफदर भी जेल में हैं। सफदर को एक साल की सजा हुई है।
चौधरी ने कहा कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार उन्मूलन को अहम मानकर काम करेगी। उन्होंने कहा कि नयी सरकार में कोई भी राजनीतिक नियुक्ति नहीं की जाएगी।
सूचना मंत्री ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) चार सितम्बर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में भी जीत हासिल करेगी। पीटीआई ने राष्ट्रपति पद के लिए कराची के नेता डॉ. आरिफ अल्वी को उम्मीदवार बनाया है।
नवगठित मंत्रिमंडल की प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक हुई । बैठक में देश के समक्ष आर्थिक चुनौतियों और खर्चो में कटौती के उपाय के अलावा अन्य मामलों पर भी चर्चा की गई।