इस्लामाबाद। पाकिस्तान की राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और नेशनल एसेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ को 14 अरब की आवास योजना आशियाना-ए-इकबाल में भ्रष्टाचार करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
पाकिस्तान के समाचार पत्र द डॉन के अनुसार पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री रहे शाहबाज को शनिवार को जवाबदेही न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। नेब न्यायालय से पूछताछ के लिए शाहबाज के 14 दिन के रिमांड की मांग करेगी।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी के अध्यक्ष श्री शाहबाज पर आरोप है कि उन्होंने आवास योजना आशियाना-ए-इकबाल का ठेका सफलतापूर्वक बोली लगाने वाली कंपनी चौधरी लतीफ एंड सन्स की बोली को रद्द करके यह ठेका लाहौर कासा डेवलपर्स को दे दिया। लाहौर कासा डेवलपर्स, पैरागोन सिटी प्राइवेट लिमिटेड समूह की एक कंपनी है। इससे लगभग 19.3 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है।
शाहबाज पर यह भी आरोप है कि पंजाब लैंड डेवलपमेंट कंपनी को आशियाना-ए-इकबाल परियोजना लाहौर विकास प्राधिकरण को प्रदान करने का निर्देश दिया ताकि इसका ठेका लाहौर कासा डेवलपर्स को दिया जा सके। इससे 71.5 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है। इससे आखिरकार परियोजना पूरी तरह से तहस-नहस हो गयी।
पीएमएल-एन नेता शाहबाज शुक्रवार को साफ पानी कंपनी घाटाले में पूछताछ के लिए नेब अधिकारियों के समक्ष पेश हुए थे। उनको वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया। नेब ने नेशनल असेंबली के अध्यक्ष को विपक्ष के नेता की गिरफ्तारी की सूचना पत्र के माध्यम से दी।
शाहबाज की गिरफ्तारी के बाद नेब के लाहौर स्थित कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पीएमएल-एन पार्टी के समर्थक इक्कठा हो गये। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर नेब कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पाकिस्तानी रेंजर्स को तैनात कर दिया गया।
पीएमएल-एन पार्टी के समर्थकों ने पार्टी अध्यक्ष शाहबाज की गिरफ्तारी के विरोध में लाहौर में जगह-जगह प्रदर्शन किए। शहबाज की गिरफ्तारी 14 अक्टूबर को होने वाले उप चुनाव से तकरीबन एक सप्ताह पहले हुई है।
नेशनल एसेंबली के पीएमएल-एन पार्टी सदस्यों ने नेशनल असेंबली के अध्यक्ष पत्र लिखकर विपक्ष के नेता की गिरफ्तारी पर चर्चा के लिए निचले सदन का सत्र बुलाने की मांग की है। पीएमएल-एन इस पत्र पर पार्टी के 90 नेशनल एसेंबली सदस्यों के हस्ताक्षर हैं।