Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
राकांपा नेता अनिल देशमुख आर्थर रोड जेल से 14 महीने बाद रिहा - Sabguru News
होम Breaking राकांपा नेता अनिल देशमुख आर्थर रोड जेल से 14 महीने बाद रिहा

राकांपा नेता अनिल देशमुख आर्थर रोड जेल से 14 महीने बाद रिहा

0
राकांपा नेता अनिल देशमुख आर्थर रोड जेल से 14 महीने बाद रिहा

मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख को बुधवार को मुंबई की आर्थर रोड जेल से रिहा कर दिया गया। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने भ्रष्टाचार के एक मामले में उनकी जमानत पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।

बाॅम्बे उच्च न्यायालय के आदेश के मद्देनजर एक विशेष अदालत ने आज देशमुख की रिहाई का आदेश जारी किया था जिसे उनके वकील जेल ले गए। जेल से अपनी रिहाई के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए देशमुख ने आरोप लगाया कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाज़े ने उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं, जिसके कारण उन्हें लगभग 14 महीने तक जेल में रहना पड़ा।

देशमुख (73) ने कहा कि परम बीर सिंह और सचिन वाज़े द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों पर मुझे जेल हुई थी। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त ने ने बाद में जांच पैनल को बताया कि उनके बयान अफवाहों या सुनी-सुनाई बातों पर आधारित थे, और उनके पास इसके खिलाफ कोई सबूत नहीं था।

उन्होंने बताया कि कैसे बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों ने भी इस पर ध्यान दिया था और देखा था कि परमवीर सिंह के बयानों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।

देशमुख ने कहा कि इसी तरह वाजे आपराधिक प्रवृत्ति का इंसान है, उसे महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस विभाग से तीन बार निलंबित किया था। वह उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया बिल्डिंग के बाहर विस्फोटक से भरे वाहन को लगाने में शामिल था।

उन्हाेंने कहा कि वाज़े की भूमिका पर भी उच्च न्यायालय ने टिप्पणी की थी कि उनके बयान पर विश्वास नहीं किया जा सकता और मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं था।

देशमुख ने कहा कि इन निराधार आरोपों के कारण मुझे लगभग 14 महीने जेल की सजा काटनी पड़ी है। मुझे हालाँकि न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। मैं पवार साहब और उनके परिवार, अन्य सभी नेताओं और पूरी पार्टी को मुझ पर विश्वास जताने तथा मुश्किल की इस घड़ी में मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने के लिए उनका धन्यवाद देता हूं।