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NCP tightens in the battle between BJP and Shiv Sena for formation of Maharashtra government - Sabguru News
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महाराष्ट्र सरकार गठन को लेकर भाजपा व शिवसेना की जंग में एनसीपी ने कसा तंज

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महाराष्ट्र सरकार गठन को लेकर भाजपा व शिवसेना की जंग में एनसीपी ने कसा तंज

जयपुर महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच पिछले 6 दिनों से जमकर तकरार चली आ रही है। दोनों ओर से एक-दूसरे पर वार और पलटवार किए जा रहे हैं। दोनों पार्टियों में जारी जंग के बीच एनसीपी ने कार्टून बनाकर तंज कसा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बनाए गए कार्टून में तीर को कमल पर निशाना साधते हुए दिखाया गया है। (हम आपको बता दें कि ‘कमल’ भाजपा का चुनाव चिन्ह है तो ‘तीर’ शिवसेना का है )।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आए थे। 6 दिनों के बाद भी वहां अभी तक सरकार का गठन नहीं हो सका है।भाजपा और शिवसेना में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर पूरा पेज फंसा हुआ है। एनसीपी दोनों की लड़ाई में मौन की मुद्रा बनाए हुए है। महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही खींचतान पर राकांपा के एक नेता ने कार्टून बनाकर कटाक्ष किया है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने जारी कार्टून में, भाजपा के चुनाव चिह्न ‘कमल‘ के ऊपर शिवसेना के चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ को दिखाया गया है। कार्टून में तीर को कमल पर निशाना साधे दिखाया गया है। कार्टून में मराठी में कैप्शन लिखा हुआ है, ‘एक कहावत है, सर पर लटकना। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी सत्ता के बंटवारे में 50-50 के फार्मूले पर अड़ी हुई है, जिसके तहत दोनों पार्टियों के पास ढाई-ढाई साल तक मुख्यमंत्री पद रहेगा।

एनसीपी को अपना-अपना विकल्प के रूप में देख रही हैं भाजपा-शिवसेना

भाजपा और शिवसेना के बीच सरकार बनाने को लेकर अगर बात नहीं बनी तो दोनों ही दल एनसीपी से समर्थन ले सकती हैं। हालांकि एनसीपी से समर्थन लेने को लेकर अभी तक न तो भाजपा नहीं शिवसेना ने कोई खुलकर बयान नहीं दिया है लेकिन दोनों ही पार्टी एसीपी को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए अपने-अपने विकल्प के रूप में देख रही हैं।

इन सबके बीच देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस भाजपा-शिवसेना और एसीपी के बीच जो कुछ चल रहा है, उसका नफा-नुकसान के आकलन में जुटी हुई है। महाराष्ट्र में अगर एक-दो दिन के अंदर भाजपा और शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर अगर समझौता नहीं हुआ तो एनसीपी की राज्य में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

महाराष्ट्र विधानसभा के हुए चुनाव में एनसीपी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। एनसीपी के मुखिया शरद पवार राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी माने जाते हैं। शरद पवार को जिस पार्टी में ज्यादा फायदा दिखाई देगा वह उसी को समर्थन देंगे।

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार