जयपुर। महाराष्ट्र में चाहे भाजपा हो शिवसेना, एनसीपी या कांग्रेस कोई नहीं चाहता कि राष्ट्रपति शासन लगे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार पहले ही स्पष्ट कह चुके हैं हमें शिवसेना को ही समर्थन देकर सरकार बनानी पड़े, लेकिन राष्ट्रपति शासन राज्य में नहीं लगना चाहिए। महाराष्ट्र में वैकल्पिक सरकार बनाने की तैयारी तेज हो चुकी है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज दोपहर 2:30 बजे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने वाले हैं। उद्धव सरकार बनाने के लिए अपना दावा पेश कर सकते हैं।
लेकिन एनसीपी मुख्यमंत्री पद को लेकर चाहती है कि शिवसेना की ओर से आदित्य नहीं उद्धव ठाकरे बने। आदित्य ठाकरे के नाम पर एनसीपी ने सहमति नहीं जताई। एनसीपी ने डिप्टी सीएम पद और गृह मंत्रालय मांगा। वहीं अगर कांग्रेस सरकार में शामिल होती है तो एक डिप्टी सीएम का पद उसे भी दिया जाएगा। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस का ही होगा, चाहे समर्थन बाहर से हो या अंदर से।
–कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक 4 बजे होगी, उसके बाद लिया जाएगा फैसला–
एनसीपी कोर कमेटी की बैठक के बाद नवाब मलिक ने कहा कि कांग्रेस के फैसले के बाद ही एनसीपी फैसला लेगी । क्योंकि हमने साथ में चुनाव लड़ा था इसलिए हमारा दायित्व बनता है कि जो भी निर्णय लें साथ में लें। कांग्रेस के निर्णय से पहले हम निर्णय नहीं लेंगे। चार बजे कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र के नेताओं के साथ बैठक करेगी, इसलिए हम इस बैठक के फैसले का इंतजार करेंगे। यह सच है कि विधायकों का कहना है कि हमें सरकार बनानी चाहिए लेकिन सारा फैसला कांग्रेस की बैठक के निर्णय पर टिका है।
–जयपुर में हैं महाराष्ट्र कांग्रेस के 44 विधायक—
पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र कांग्रेस के नवनिर्वाचित 44 विधायक जयपुर में ठहरे हुए हैं। 44 में से 37 विधायक महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने के लिए तैयार हैं। हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति को लेकर अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। सोनिया गांधी के घर हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी के बाद महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने स्थिति को लेकर चर्चा की है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी मलिकार्जुन खड़के के पहले नहीं चाहते थे कि शिवसेना को समर्थन दिया जाए लेकिन कांग्रेस के 37 विधायकों ने मन बना लिया है कि शिवसेना को समर्थन दिया जाए। कांग्रेस को भी ऐसा लगता है कहीं यह 37 विधायक बगावत न कर बैठे हैं । शिवसेना को समर्थन देने पर कांग्रेस शाम 4 बजे अपना फैसला सुना सकती है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार