जयपुर । राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) राजस्थान में किसानों की आय बढाने के लिये वैकल्पिक गतिविधियों को बढावा देने हेतु विभिन्न पायलट प्रोजेक्ट शुरू करेगी।
एनडीडीबी के अध्यक्ष दिलीप रथ ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि इसके तहत न केवल दूध उत्पादकों को बढावा दिया जायेगा बल्कि मधुमुक्खी पालन, ग्रामीण क्षेत्र में छोटे किसानों के लिये गोबर गैस संयत्र लगाने सहित अनेक गतिविधियां चलायेगी और इनके लिये राज्य सरकार से अनुबंध किया जायगा।
उन्होंने कहा कि दूध उत्पान के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान सबसे बडा उत्पादक क्षेत्र है और देश के कुल दूध उत्पादन में राजस्थान का 13 प्रतिशत योगदान है। इसके अलावा राजस्थान ग्रोथ रेट में भी 10़ 06 प्रतिशत पर है। उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन के क्षेत्र में राजस्थान का योगदान राष्ट्रीय औसत से दुगुना है।
रथ ने कहा कि देश में उडीसा, पश्चिम बंगाल सहित पूर्वात्तर में दूध उत्पादकता राष्ट्रीय औसत से कम है। उन्होंने कहा कि देश में दूध उत्पादन के लिये देश में एक लाख 70 हजार गांव डेयरी से जुडे हुये है आैर इनसे डेढ करोड से अधिक किसान जुडे हुये है। इन किसानों की आय को बढाने के लिये वृहद स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में जयपुर, अजमेर, पाली जोधपुर सहित कई जिलों में डेयरी प्लांटों को आधुनिक तकनीक से जोड़ कर इसकी उत्पादन क्षमता को बढाया जा रहा है।