कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शनिवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 11 बजे तक लगभग 24.61 फीसदी मतदान हुआ। चुनाव आयोग अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के कई मतदान केन्द्रों के बाहर मतदान शुरू होने से पहले लम्बी कतार देखी गई। लोग तेज गर्मी के बावजूद बढ़ चढकर मतदान कर रहे है। कुछ स्थानों पर एक-दुक्का हिंसा की घटना होने के अलावा अन्य स्थानों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा है।
माकपा प्रत्याशी सुशांत घोष ने आरोप लगाया कि झारग्राम के सलबोनी इलाके में मतदान केन्द्र की ओर जाते हुए उनकी कार पर हमला हुआ है। उन्होेंने बताया उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गयी है।
तृणमूल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं नंदीग्राम से भाजपा उम्मीवाद सुवेंदु अधिकारी के भाई सोमेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि बूथ संख्या 149 पर मतदाताओं को मतदान करने से प्रभावित किया जा रहा है और उन्हें रोका जा रहा है।
उन्हाेंने कहा, कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। कुछ स्थानों पर ईवीएम में खराबी का मामला सामने आया है जहां चुनाव आयोग ने मशीनों को ठीक कर दी हैं या फिर मशीनों को बदल दिया है, ऐसी छोटी घटना सभी चुनावों में होती है, चुनाव आयोग इस पर गौर कर रहा है।
इस दौरान सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के पहले चरण में मतदान को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से आज दोपहर 12 बजे मिले और कुछ गंभीर चिंताओं से उन्हें अवगत कराया।
तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि लोग हमारे हक में मतदान कर रहे है लेकिन वीवीपैट मशीन में भाजपा चिह्न पर वोट पड़ रहा है।
तृणमूल राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा कि कांठी दक्षिण (216) और कांठी उत्तर (213) सुबह नौ बजकर 13 मिनट पर क्रमशः 18.47 फीसदी और 18.95 फीसदी मतदान हुआ था लेकिन चार मिनट बाद नौ बजकर 17 मिनट पर मतदाता मतदान 10.10 फीसदी और 9.40 फीसदी तक कम हो गया। इस तरह की विसंगति चुनाव आयोग की वास्तविकता पर एक सवाल खड़ा करती है।
पार्टी नेता कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल आज दोपहर दो बजे पश्चिम बंगाल सीईओ से मुलाकात करेगा। भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर हल्दिया अतिरिक्त एसपी पार्थ घोष, हल्दिया के एसडीपीओ वरुणवैद्य और नंदीग्राम पुलिस थाने के कुछ अन्य अधिकारियों को चुनावों में कदाचार, अनियमितताएं करने में तृणमूल सदस्यों की मदद करने के लिए निलंबित करने की मांग की।