जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में क्लीन फिट और स्मार्ट सिटी का संदेश देने के लिए कड़ाके की ठंड के बावजूद आज सुबह जयपुर मैराथन में करीब एक लाख लोगों ने दौड़ लगाई।
तीन चरणों में आयोजित जयपुर मैराथन में मुख्य अतिथि राज्यपाल कलराज मिश्र ने ड्रीम मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जयपुर मैराथन के ग्यारहवें संस्करण के तहत का मैराथन तड़के चार बजे शुरू हुई जिसमें फुल मैराथन, हाफ मैराथन, ड्रीम मैराथन सहित दस किलोमीटर, सात किलोमीटर और छह किलोमीटर की दौड़ लगाई गई। इसमें भारत सहित तीस से अधिक देशों के करीब एक लाख धावकों ने हिस्सा लिया।
फुल मैराथन 42 किलोमीटर तड़के चार बजे रामनिवास बाग के पिछले गेट पर जेएलएन मार्ग से शुरु हुई। जयपुर इंटरनेशनल हॉफ मैराथन 21 किलोमीटर सुबह सात बजे, जयपुर ड्रीम रन छह किलोमीटर साढ़े सात बजे शुरु हुई।
फुल मैराथन रामनिवास बाग के दक्षिणी गेट से रवाना होकर जे.एल.एन मार्ग, त्रिमूति सर्किल, जेडीए सर्किल, गांधी सर्किल, बजाज नगर तिराहा, ओटीएस चौराहा, मालवीय नगर पुलिया मुड़कर अपेक्स सर्किल, मालवीय नगर पुलिया, वर्ल्ड ट्रेड पार्क, जवाहर सर्किल होते हुए अल्बर्ट हॉल पहुंची।
बियालीस किलोमीटर की फुल मैराथन में हजारों धावकों ने दौड़ लगाई। सात किलोमीटर की ड्रीम मैराथन को मिश्र ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जबकि दस किलोमीटर मैराथन को ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला एवं राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) अध्यक्ष वैभव गहलोत ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
संस्कृति युवा संस्था द्वारा इंटरनेशनल एसोशियशन ऑफ एथेलेटिक फैडरेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से आयोजित जयपुर मैराथन में फिल्म निर्माता एवं निर्देशक मधुर भंडारकर तथा अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। मैराथन में दिव्यांग धावकों ने भी भाग लिया।
मैराथन में विद्यार्थी, युवा, महिला और बुजुर्गों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इसी तरह राजस्थान पुलिस, प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और सेना तथा अन्य सेवाओं के अधिकारी और कार्मिकों ने भी हिस्सा लिया।
मैराथन के सीईओ मुकेश मिश्रा ने बताया कि मैराथन का मकसद क्लीन फिट और स्मार्ट सिटी का संदेश देना है। मिश्रा ने बताया कि मैराथन में 32 देशों के धावकों सहित राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि इसमें करीब एक लाख लोगों ने पंजीयन कराया था।