अजमेर। राजस्थान में अजमेर में स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जियारत करने आए तीन हजार से ज्यादा जायरीन लॉकडाउन के चलते अजमेर में फंसे हैं।
ये जायरीन उस दौरान अजमेर आए थे जब ‘लॉकडाउन’ शुरू नहीं हुआ या इसे गंभीरता से नहीं लिया गया था। इन जायरीनों की मुसीबतें उस समय और बढ़ गई जब एक व्यक्ति की कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद क्लॉक टावर थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया। दरगाह इसी थाना क्षेत्र में हैं।
इसके चलते दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्र सरकार के सभी मंत्रियों, सभी राज्य सरकारों के मुख्यमंत्रियों, प्रमुख शासन सचिव और जिला प्रशासन को फंसे हुए जायरीनों के विषय में अवगत कराया है और उन्हें उनके गृह क्षेत्र में सुरक्षित पहुंचाने की मांग की है।
सदर पठान ने सरकार को सुझाव दिया है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल के लिए अजमेर, जयपुर, कोलकाता एवं पटना के लिए विशेष रेल का संचालन किया जाए और महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, अजमेर, भोपाल, नागपुर, विजयवाड़ा, चेन्नई मार्ग पर विशेष रेल सेवा शुरु करके इन्हें इनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए।