अजमेर। जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने कश्मीर के हालातों में सुधार बताते हुए कहा है कि घाटी में अमन बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत और समझौता करने की जरुरत हैं।
अब्दुल्ला ने आज अजमेर में सुबह दरगाह की जियारत करने के बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से कहा कि कश्मीर के हालातों में सुधार हुआ है और घाटी में अमन बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत और समझौता दोनों करना आवश्यक है। लोकसभा चुनाव के बाद पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान के साथ बातचीत होगी इसका उन्हें पूरा भरोसा है।
पाक अधिकृत कश्मीर के समर्थन में उनके रुख पर किये सवाल पर श्री अब्दुल्ला ने कहा कि वह हिंदुस्तानी मुसलमान हैं और कश्मीर का मुद्दा राजनीतिक मसला है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कश्मीर का हल बातचीत के जरिए ही निकाला जा सकता है।
उन्होंने देश में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने की वकालत करते हुए कहा कि चुनाव के इंतेजामात एक जैसे ही होते हैं। ऐसे में चाहे कश्मीर हो या अन्य कोई प्रदेश चुनाव कराए जाने की व्यवस्था एकसाथ की जानी चाहिए।
ईवीएम मशीन के सवाल पर उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीन चोर है। उन्होंने कहा कि मशीन के जरिए वोट दूसरे को जा रहे है, इसकी पुख्ता जानकारी जब वह स्वयं कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे तो उन्हीं के मंत्री द्वारा एक आला अफसर से पूछने पर इस बात का खुलासा हुआ।
उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीन पर नियंत्रण बना रहना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि भारत ने इस मशीन को अपनाया है लेकिन बहुत से देशों ने इसे नकार दिया क्योंकि मशीन में दूसरे को सहजता से वोट डलवाया जा सकता है।